कवर्धा: पंडरिया विकासखंड के टेढ़ापानी गांव के जंगल में वन्यप्राणीयों को निशाना बनाया जा रहा है. राजकीय पशु वन भैसा का जंगलों में शिकार किया जा रहा है. शिकारी तीर से वन्यप्राणियों को निशाना बना रहे हैं. इस पर वन विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है. पिछले दिनों भी एक वन भैसा को शिकार बनाया गया. उस पर तीर से हमला किया गया.
बताया जा रहा है कि वन भैंसा 3 दिनों से घायल अवस्था में जंगल में घुम रहा है. उसके पैरों में अब भी तीर लगा हुआ है. लेकिन स्थानीय डॉक्टर ने उसे स्वस्थ बताया है. अब वन भैंसा को कानन पेंडारी ले जाने के लिए वन विभाग रायपुर की रेस्कयू टीम का इंतजार कर रहा है. विभाग की ये लेटलतीफी वन भैंसा की मौत का कारण बन सकता है.
6 लोगों ने शिकार की कोशिश की
जानकारी के मुताबिक वन भैंसा को 6 लोगों ने मिलकर शिकार करने की नीयत से घायल कर दिया था. बताया जा रहा है कि मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं 3 आरोपी अब भी फरार हैं.
घायल अवस्था में वन भैंसा
मामले में वन विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है. घटना के घंटों बाद वन विभाग के कर्मचारी वहां पहुंचे और वन भैंसा की तलाश शुरु की. जिसके बाद दूसरे दिन वन भैंसा घायल अवस्था में मिला. विभाग के पास तीर निकालने के लिए कोई व्यवस्था तक नहीं थी. साथ ही जिस डॉक्टर को वन भैंसा के इलाज के लिए बुलाया गया था, वो बिना देखे ही वन भैंसा को स्वस्थ बता कर चले गए.