कवर्धा: वन विभाग की अचानक कार्रवाई से लकड़ी और वनोपज तस्करों में हडकंप मच गया है. बताया जा रहा है कि प्रदेश के वनक्षेत्र में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए कवर्धा विधायक और प्रदेश के वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने वन अमले को आवश्यक निर्देश दिए हैं. इसके बाद से अब कवर्धा जिले के वन अमले ने वनोपज का अवैध परिवहन, घुम्मकड़ पशु चरवाहों और लकड़ी तस्करों पर शिकंजा कसते हुए लगातार चार बार कार्रवाई की जा चुकी है. जिसके चलते अब वन माफियाओं में हडकंप मचा हुआ है.
जिले के वन विभाग ने बोडला विकासखंड के वनांचल ग्राम बहना खोदरा में रमेश बैगा के घर अवैध भारी मात्रा में तिंसा और बीजा ककस्म की इमारती लकड़ी जब्त की है. दूसरी कार्रवाई में ग्राम कोठार में निजी भूमि मालिक ने वन विभाग के बिना अनुमति सागौन पेड़ की अवैध कटाई पर कार्रवाई की गई है. इसी मामले में अवैध रूप से काटे लकड़ी को खरीदने वाले शहर के लक्ष्मी फर्नीचर मार्ट को भी सील कर दिया गया है और लकड़ियां जब्त की गई है.
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आगे भी हो सकती है कार्रवाई
सहसपुर लोहारा वन परिक्षेत्र की टीम ने वनोपज 15 क्विंटल चिरायता काल मेघ का अवैध परिवहन करते हुए वाहन जब्त किया गया है. वनोपज चिरायता का न्यूनतम मूल्य 35 रुपए निर्धारित किया गया है. लेकिन स्थानीय तौर पर 15 रुपए प्रतिकिलो खरीदी कर अवैध रूप से परिवहन किया जा रहा था. चौथी कार्रवाई में वन विभाग ने गुजरात प्रदेश के आए घुम्मकड़ पशु चरवाहों पर कार्रवाई करते हुए 25 हजार रुपए का अर्थदण्ड की वसूली की है. इस मामले में 700 भेड़ और बकरी, 6 ऊंट से वन क्षेत्र में चराई कराकर फॉरेस्ट को नुकसान पहुंचाया जा रहा था. विभाग की माने तो कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी.