कवर्धा: छत्तीसगढ़ सरकार ने राजीव गांधी न्याय योजना के तहत दूसरी किस्त की राशि किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दी है, जिसे लेकर किसानों में खुशी है. कवर्धा जिले के पंडरिया ब्लॉक के 70 गांव के किसानों के खातों में दूसरे किस्त की राशि आई है, जिसे लेने के लिए मंगलवार को कुन्डा गांव के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. सुबह से ही बोनस की राशि लेने के लिए किसान धूप में भूखे-प्यासे रहकर घंटों लाइन में खड़े रहे और अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए.
जानकारी के मुताबिक बैंक में कोविड-19 के नियमों का पालन कराने के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है. लोगों ने बताया कि बैंक में न तो सैनिटाइजर की व्यवस्था है और न ही पानी की. बैंक में आने वाले लोगों के लिए धूप से बचने की व्यवस्था भी नहीं की गई है, जिसके कारण वे तपती धूप में घंटों लाइन में खड़े रहे. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी. इस बीच बैंक में कई अधिकारियों का आना-जाना भी लगा रहा, लेकिन किसी ने किसानों के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की.
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मंगलवार को अपने खाते में आई राशि की जानकारी लेने और पैसे निकालने के लिए 70 गांव के किसान सुबह से ही जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा पहुंचे. इस शाखा के अंतर्गत रुसे और कुम्हि शाखा भी आते हैं. किसानों ने बताया कि अधिकारियों ने बैंक के गेट को बंद कर दिया था. किसानों ने बताया कि जब उन्होंने शाखा प्रबंधक से व्यवस्था को लेकर बात की तो वे गोल-मोल जवाब देने लगे. जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के कुन्डा मर्यादित शाखा के चैनल गेट के बाहर लोगों का जमावड़ा लगा रहा.
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बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी सरकारी और प्राइवेट बैंकों और दुकानों को खोलने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है, जिसमें ग्राहकों के लिए सैनिटाइजर से हाथ साफ करने, मास्क की अनिवार्यता और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है, लेकिन बैंक में गाइडलाइन में दिए गए एक भी नियम का पालन नहीं किया जा रहा है. जो कहीं न कहीं कोरोना को दावत दे रहा है.
20 अगस्त को खातों में डाली गई थी दूसरी किस्त की राशि
बता दें कि 21 मई को पहली किस्त किसानों के खाते में पहले ही जमा करा दी गई है. दूसरी किस्त पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर गुरुवार 20 अगस्त को किसानों के खातों में डाली गई है. जिससे किसानों को कोविड और लॉकडाउन के साथ ही त्योहार के सीजन के समय मे राहत मिल सके.