कवर्धा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान होना है. पहले चरण में 7 नवंबर को 20 सीटों पर वोटिंग है. इसी दिन कर्वधा के पंडरिया और कवर्धा में मतदान होना है. इसे लेकर चुनाव आयोग और जिला प्रशासन अलर्ट है. जिला प्रशासन ने जिले के सरहदी इलाकों में भी वाहनों की चेकिंग तेज कर दी है. ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. साथ ही लगातार पुलिस प्रशासन गुंडे बदमाशों पर भी कार्रवाई कर रही है.
42 कंपनी के जवानों की मांग: इसके साथ ही वनांचल क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों पर भी लगातार नजर रखी जा रही है. कबीरधाम जिले में शांतिपूर्ण तरीकों से चुनाव कराना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है. क्योंकि आसपास के क्षेत्र में नक्सलियों की पैठ है. यही कारण है कि पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने अपने सीनियर अधिकारियों से जिले में सुरक्षा बलों की 42 कंपनियों की मांग की है. इनमें से 4 कंपनी के पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान कवर्धा पहुंचकर कमान संभाल रहे हैं.
एसपी अभिषेक पल्लव ने ईटीवी भारत से कवर्धा की सुरक्षा पर चर्चा की: कवर्धा में चुनावी तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने कवर्धा एसपी अभिषेक पल्लव से बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, "चुनाव को लेकर हमने पूरी तैयारी कर ली है. हमारे क्षेत्र में बीते वर्ष हुए दंगों को लेकर भी हम पूरी तरह अलर्ट हैं. हमने फोर्स के 42 कंपनी के जवानों की मांग की है. फिलहाल 4 कंपनी के जवान जिले में आ चुके हैं. इसके साथ ही नक्सली मूवमेंट पर भी हमारी निगाहें है. इसके अलावा सरहदी इलाकों पर भी हमने पुलिस बल तैनात किया है. वाहनों की चेकिंग तेज कर दी गई है ताकि आपराधिक गतिविधि होने से पहले रोक दी जाए. वाहनों की चेकिंग ने दौरान कैश, नशे के सामान वगैरह लगातार जब्त किए जा रहे हैं. संदिग्धों की जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा इस बार गांवों में ही पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. ताकि बाहर जाकर लोगों को वोट न देना पड़ा. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में भी पोलिंग बूथों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है."
बता दें कि पिछले कई घटनाओं को लेकर पुलिस प्रशासन कवर्धा में काफी अलर्ट है. इस बीच 42 कंपनी के जवानों की मांग जिला प्रशासन ने की है. ताकि सुरक्षित तरीके से क्षेत्र में मतदान संपन्न कराया जा सके.