कवर्धा : बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव की घटना को लेकर कवर्धा जिला भी पूरी तरह से बंद रहा. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने शहर के चौक और चौराहों में बैरिकेडिंग कर रखी थी. वहीं विश्व हिंदू परिषद ने बाइक रैली निकालकर शहर भ्रमण कर दुकानें बंद करवाई. प्रदर्शनकारियों ने बिरनपुर घटना के लिए आक्रोश जताते हुए दोषियों को फांसी और कार्रवाई की मांग की. रैली को बीजेपी और साहू समाज के पदाधिकारियों ने भी समर्थन दिया. इसके साथ ही जिले की सरहदी सीमा गांव बिरोड़ा में प्रदर्शनकारियों ने राजनांदगांव - कवर्धा नेशनल हाईवे में चक्काजाम कर प्रदर्शन किया.
क्यों हुआ जिला बंद : बेमेतरा जिले के साजा थाना क्षेत्र के बिरनपुर गांव में 07 अप्रैल को बच्चों की लड़ाई में खूनी संघर्ष हो गया. झगड़ा दो समुदायों के बीच बदल गया . मारपीट में दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लाठी, डंडा,तलवार और पत्थर से हमला किया. इस विवाद में एक 23 वर्षीय युवक भूनेश्वर साहू की मौत हो गई और पुलिस अधिकारी समेत कई लोग घायल भी हुए. घटना के बाद समाज और भारतीय जनता पार्टी विरोध में उतर गए. वहीं विश्व हिन्दू परिषद परिसर ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
न्यायिक जांच की मांग पर बंद का आह्वान : विश्व हिंदू परिषद ने जांच की मांग को लेकर सोमवार को छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के बाजार, दुकान को बंद और चक्काजाम का आह्वान किया था. इसी वजह से कवर्धा की सभी दुकानें सुबह से ही बंद रही. वहीं कुछ दुकानें खुलीं थी. जिसमें विश्व हिन्दू परिषद ने रैली निकाल कर बंद कराया.
बेमेतरा है कवर्धा का पड़ोसी जिला : दरअसल घटना स्थल कवर्धा जिला से लगा हुआ गांव है.इसलिए लोगों का आक्रोश घटना को लेकर देखने को मिला.पुलिस प्रशासन ने जगह-जगह बैरिकेडिंग लगा रखी थी. इसके साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया था. ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो सके.
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नियंत्रण में है स्थिति : एएसपी मनीषा ठाकुर रावटे ने बताया कि '' बेमेतरा घटना को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के लोगों ने बंद का आवाह्न किया था. शहर की दुकाने बंद की गई है. संगठन के लोग रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसी प्रकार घटना ना हो शहर का माहौल खराब ना हो इसलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है. जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात हैं. वही बिरोड़ा में चक्काजाम भी किया गया.माहौल नियंत्रण है.''