कबीरधाम: पंडरिया में फरवरी महीने में किसानों के धान बेचने को लेकर किए गए आंदोलन में रविवार को 7 महीने बाद 12 किसान प्रतिनिधियों को पांडातराई थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद मुचलका जमानत पर सभी किसानों को छोड़ा गया.
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धान खरीदी टोकन देने के बावजूद धान नहीं खरीदने से परेशान होकर किसान सड़क पर आंदोलन के लिए उतरे थे. ये किसान कांग्रेस सरकार के वादे के मुताबिक धान खरीदी नहीं होने पर भारतीय किसान संघ के बैनर तले आंदोलन कर रहे थे.
चारों ब्लॉकों में किया गया था चक्काजाम
युवा किसान नेता रवि चंद्रवंशी ने कहा कि पिछले सत्र में किसानों के धान खरीदी के लिए फर्जी किसान हितैषी सरकार ने किसानों को बार-बार नियम बदल कर परेशान कर रहे थे और अंत में हजारों किसानों के धान का टोकन काटने के बाद भी खरीदी नहीं कर रहे थे, जिसके बाद भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में जिले के चारों ब्लॉकों में एक साथ चक्काजाम करते हुए उग्र आंदोलन किया गया था.
18 और 25 फरवरी को दर्ज किया था FIR
इसी के तहत बीते 18 फरवरी को 6 लोगों और 25 फरवरी को 11 लोगों के ऊपर नामजद FIR दर्ज किया गया था. इस केस में रविवार (13 सितंबर) को पुलिस ने 12 किसानों को गिरफ्तार किया और जमानत पर रिहा किया गया. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों के हित के लिए हम कुछ भी कदम उठाने को तैयार हैं. चाहे उस रास्ते पर जेल ही क्यों न मिले.
सरकार को मजबूरन धान लेना पड़ा
किसानों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमारे आंदोलन से हजारों किसान साथियों का धान सरकार को मजबूरन लेना पड़ा, जिसकी खुशी हमें आज भी है और उस किसान परिवार का आशीर्वाद हमारे साथ भी है.
इन किसानों को छोड़ा गया जमानत पर
इस केस में पांडातराई थाना के प्रशिक्षु TI और DSP नेहा पवार के नेतृत्व में द्वारिका चंद्रवंशी, रवि चंद्रवंशी, कुलेन्द्र पटेल, तुकेश चंद्रवंशी, दिनेश पटेल, गोपी चंद्रवंशी, दिलीप टण्डन, जलेस्वर भारद्वाज सहित अन्य किसानों को गिरफ्तारी के बाद जमानत पर छोड़ दिया गया है.