जशपुर: लॉकडाउन के दौरान लुड़ेग राहत शिविर में दूसरे राज्यों से आए मजदूरों को रखा गया था. जिन्हें अब उनकी सहमति के अनुसार ओडिशा की सीमा में छोड़ दिया गया है.
बीते दिनों लुड़ेग राहत शिविर में एक मजदूर कोरोना संदिग्ध पाया गया था. लेकिन एम्स की रिपोर्ट में वो निगेटिव पाया गया. इस घटना के बाद से लुड़ेग के स्थानीय लोगों ने राहत शिविर में दूसरे राज्य के लोगों को रखे जाने का विरोध करना शुरू कर दिया था.
ओडिशा की सीमा में मजदूरों को छोड़ा
कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि 'सभी मजदूर अपने राज्य जाना चाहते थे, हमने सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकी सहमति से उन्हें भेज दिया है'. कलेक्टर ने बताया कि 'मजदूरों को उनके राज्य भेजने के निर्देश हैं. जिन्होंने लिखित में अपने राज्य जाने की मांग की थी. उन्हें राज्य की सीमा तक छोड़ दिया गया है.
बाघ नदी शिविर से आए थे मजदूर
आपको बता दें राजनांदगांव के बाघ नदी शिविर से 143 मजदूरों को 14 अप्रैल को चार अलग-अलग शिविरों में रखा गया था. शिविर में रखे गए सभी मजदूर बिहार के रहने वाले हैं.