ETV Bharat / state

जशपुर: ग्रामीणों के विरोध के बाद ओडिशा सीमा पर छोड़े गए मजदूर

पत्थलगांव के लुड़ेग राहत शिविर में बाहर से आए मजदूरों को रखा गया था. जिसका गांव वाले विरोध कर रहे थे. इन मजदूरों की जांचकर कर उन्हें ओडिशा की सीमा पर छोड़ दिया गया.

Workers stopped in relief camp were released on Odisha border in jashpur
मजदूरों को छोड़ा गया ओडिशा बोर्डर
author img

By

Published : May 3, 2020, 8:34 PM IST

Updated : May 4, 2020, 2:12 AM IST

जशपुर: लॉकडाउन के दौरान लुड़ेग राहत शिविर में दूसरे राज्यों से आए मजदूरों को रखा गया था. जिन्हें अब उनकी सहमति के अनुसार ओडिशा की सीमा में छोड़ दिया गया है.

राहत शिविर में रूके मजदूरों को किया ओडिशा सीमा रवाना


बीते दिनों लुड़ेग राहत शिविर में एक मजदूर कोरोना संदिग्ध पाया गया था. लेकिन एम्स की रिपोर्ट में वो निगेटिव पाया गया. इस घटना के बाद से लुड़ेग के स्थानीय लोगों ने राहत शिविर में दूसरे राज्य के लोगों को रखे जाने का विरोध करना शुरू कर दिया था.

ओडिशा की सीमा में मजदूरों को छोड़ा

कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि 'सभी मजदूर अपने राज्य जाना चाहते थे, हमने सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकी सहमति से उन्हें भेज दिया है'. कलेक्टर ने बताया कि 'मजदूरों को उनके राज्य भेजने के निर्देश हैं. जिन्होंने लिखित में अपने राज्य जाने की मांग की थी. उन्हें राज्य की सीमा तक छोड़ दिया गया है.

बाघ नदी शिविर से आए थे मजदूर

आपको बता दें राजनांदगांव के बाघ नदी शिविर से 143 मजदूरों को 14 अप्रैल को चार अलग-अलग शिविरों में रखा गया था. शिविर में रखे गए सभी मजदूर बिहार के रहने वाले हैं.

जशपुर: लॉकडाउन के दौरान लुड़ेग राहत शिविर में दूसरे राज्यों से आए मजदूरों को रखा गया था. जिन्हें अब उनकी सहमति के अनुसार ओडिशा की सीमा में छोड़ दिया गया है.

राहत शिविर में रूके मजदूरों को किया ओडिशा सीमा रवाना


बीते दिनों लुड़ेग राहत शिविर में एक मजदूर कोरोना संदिग्ध पाया गया था. लेकिन एम्स की रिपोर्ट में वो निगेटिव पाया गया. इस घटना के बाद से लुड़ेग के स्थानीय लोगों ने राहत शिविर में दूसरे राज्य के लोगों को रखे जाने का विरोध करना शुरू कर दिया था.

ओडिशा की सीमा में मजदूरों को छोड़ा

कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि 'सभी मजदूर अपने राज्य जाना चाहते थे, हमने सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकी सहमति से उन्हें भेज दिया है'. कलेक्टर ने बताया कि 'मजदूरों को उनके राज्य भेजने के निर्देश हैं. जिन्होंने लिखित में अपने राज्य जाने की मांग की थी. उन्हें राज्य की सीमा तक छोड़ दिया गया है.

बाघ नदी शिविर से आए थे मजदूर

आपको बता दें राजनांदगांव के बाघ नदी शिविर से 143 मजदूरों को 14 अप्रैल को चार अलग-अलग शिविरों में रखा गया था. शिविर में रखे गए सभी मजदूर बिहार के रहने वाले हैं.

Last Updated : May 4, 2020, 2:12 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.