जशपुर: ग्राम लुखी के ग्रामीणों को बिना मीटर रीडिंग के हजारों रुपए का बिजली का बिल थमा दिया गया है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोग भारी भरकम बिजली बिल से परेशान हैं. बिना मीटर रीडिंग के हजारों रुपए का बिल उपभोक्ताओं को भेजा जा रहा है. विद्युत विभाग और ठेका कंपनी की मनमानी उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ रही है.
ग्राम लुखी और मधुवा पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि करीब 3 साल पहले गांव का विद्युतीकरण किया गया था. इसके बाद से उनके घर में बिजली आ रही है. मीटर स्थापित होने के बाद से औसतन 50 से 100 रुपए महीने का बिल विभाग जारी कर रहा था. लेकिन कुछ महीनों से बिल में भारी वृद्धि हो गई है.
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दो एलईडी बल्ब पर हजारों का बिल
ग्रामीण मुक्ता कुजूर ने बताया कि उनके घर में मात्र दो एलईडी बल्ब लगे हैं. बावजूद उन्हें हजारों रुपए का बिल भेजा गया है. आमोद एक्का ने बताया कि पूरे गांव में इसी तरह मनमाना बिजली बिल विभाग भेज रहा है. उन्होंने बताया कि विभाग के कर्मचारी मीटर की रीडिंग लेने नहीं आते हैं. शिकायत पर भी विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता है.
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10 से 20 हजार का बिजली बिल
ग्रामीणों का कहना है कि हजारों रुपए के बिजली बिल का भुगतान करने में असमर्थ हैं. खेती-बाड़ी और मजदूरी से कमाए पैसे से हजारों रुपए के बिल नहीं पटा सकते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि 2 हजार से लेकर 20 हजार तक का बिल आ रहा है. जिससे ग्रामीण मानसिक रूप से भी परेशान हैं. बिजली बिल में गड़बड़ी से सरकार की महत्वकांक्षी बिजली बिल हाफ योजना भी प्रभावित हो रही है.