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जशपुर : पुलिस की नेक पहल, हादसे में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने पर करेगी सम्मान

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Published : Nov 4, 2019, 6:55 PM IST

Updated : Nov 4, 2019, 7:45 PM IST

सड़क हादसों में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने वाले लोगों का अब सम्मान किया जाएगा.

जशपुर पुलिस की नेक पहल

जशपुर : पुलिस अब सड़क हादसों में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने वाले नागरिकों का सम्मान करेगी. अक्सर देखा जाता है कि लोग पुलिस और पूछताछ के डर से सड़क हादसे में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने से बचे हैं. नागरिकों के इसी डर को दूर करने के लिए जशपुर पुलिस ने ये पहल की है.

पुलिस की नेक पहल, हादसे में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने पर करेगी सम्मान

जिले में सड़क हादसों का बढ़ता हुआ ग्राफ प्रशासनिक अमले के लिए भी परेशानी का सबब हुआ है. युवाओं द्वारा खतरनाक स्टंट करने बढ़ती हुई प्रवृत्ति ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है.

2 साल में 350 लोगों की गई जान

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 2 साल में जिले में हुए सड़क हादसों में 350 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

'मददगारों को करेंगे सम्मान'

सड़क हादसों के ग्राफ को कम करने के लिए जिला प्रशासन अंधे मोड़ों और दुर्घटना संभावित स्थलों की पहचान कर इसे दुरूस्त करने का काम भी कर रही है, वहीं हादसे में घायल हुए लोगों की मदद करने वालों को पुरस्कृत करने की योजना तैयार की है.

पढ़ें :जशपुर : 36 हाथियों के दल ने मचाया उत्पात, 2 घंटे तक स्टेट हाईवे किया जाम

'हादसों को रोकने के किया जा रहा प्रयास'

पुलिस अधीक्षक शंकरलाल बघेल ने बताया कि, 'गुड सेमेरिटन योजना के तहत घायल व्यक्तियों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने वाले आम नागरिकों को सम्मानित किया जाएगा. हादसे रोकने के प्रयास में शाम से लेकर देर रात तक पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है'.

इस साल 171 लोगों ने गंवाई है जान

पुलिस विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक 2019 में अब तक 171 लोगों की जान जा चुकी है. यह आंकड़ा वर्ष 2018-19 में 180 था.

जशपुर : पुलिस अब सड़क हादसों में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने वाले नागरिकों का सम्मान करेगी. अक्सर देखा जाता है कि लोग पुलिस और पूछताछ के डर से सड़क हादसे में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने से बचे हैं. नागरिकों के इसी डर को दूर करने के लिए जशपुर पुलिस ने ये पहल की है.

पुलिस की नेक पहल, हादसे में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने पर करेगी सम्मान

जिले में सड़क हादसों का बढ़ता हुआ ग्राफ प्रशासनिक अमले के लिए भी परेशानी का सबब हुआ है. युवाओं द्वारा खतरनाक स्टंट करने बढ़ती हुई प्रवृत्ति ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है.

2 साल में 350 लोगों की गई जान

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 2 साल में जिले में हुए सड़क हादसों में 350 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

'मददगारों को करेंगे सम्मान'

सड़क हादसों के ग्राफ को कम करने के लिए जिला प्रशासन अंधे मोड़ों और दुर्घटना संभावित स्थलों की पहचान कर इसे दुरूस्त करने का काम भी कर रही है, वहीं हादसे में घायल हुए लोगों की मदद करने वालों को पुरस्कृत करने की योजना तैयार की है.

पढ़ें :जशपुर : 36 हाथियों के दल ने मचाया उत्पात, 2 घंटे तक स्टेट हाईवे किया जाम

'हादसों को रोकने के किया जा रहा प्रयास'

पुलिस अधीक्षक शंकरलाल बघेल ने बताया कि, 'गुड सेमेरिटन योजना के तहत घायल व्यक्तियों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने वाले आम नागरिकों को सम्मानित किया जाएगा. हादसे रोकने के प्रयास में शाम से लेकर देर रात तक पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है'.

इस साल 171 लोगों ने गंवाई है जान

पुलिस विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक 2019 में अब तक 171 लोगों की जान जा चुकी है. यह आंकड़ा वर्ष 2018-19 में 180 था.

Intro:जशपुर पुलिस ने सड़क हादसों में घायल लोगो को अस्पताल पहुंचाने वालो को सम्मान करने की पहलन की है, अमूमन लोगो सड़क हादसे में घायलों को अस्पताल पहुचाने से डरते है, ओर घायल व्यक्ति उपचार के अभाव में काल के गाल में समा जाता है, लोगो के इस डर को दूर करने के जशपुर पुलिस ने यह पहल की है।

Body:जिले भर में सड़क हादसे का बढ़ता हुआ आकड़ा अब प्रशासनिक अमला के लिए भी परेशानी का सबब बनते जा रहा है युवाओं द्वारा स्टंट करते हुए बाइक चलाने की बढ़ती हुई प्रवृत्ति ने इस समस्या को और गंभीर कर दिया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गत दो साल के दौरान जिले में 350 से अधिक लोग सड़क हादसे में अपनी जान गवां चुके हैं। सड़क हादसे के ग्राफ को कम करने के लिए जिला प्रशासन अंधे मोड़ और दुर्घटनाजन्य स्थलों का पहचान कर इसे दुरूस्त करने के साथ हादसे का शिकार हो कर घायल हुए लोगों की मदद करने वालों को पुरस्कृत करने की योजना तैयार की है।

पुलिस अधीक्षक शंकरलाल बघेल ने बताया कि गुड सेमेरिटन योजना के तहत् घायल व्यक्तियों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने वाले आम नागरिकों को सम्मानित किया जाएगा, उन्होंने कहा की दुर्घटना होने पर लोग भीड़ लगाकर देखते पर कोई उसे अस्पताल नही पहुंचते उन्हें लगता है की कोर्ट के चक्कर काटने पड़ेंगे ऐसी भ्रांति को दूर करने को यह लागू किया गया है , साथ ही उन्होंने बताया कि अति दुर्घटना जन्य स्थल को चिन्हिंत कर (ब्लैक स्पॉट) बी चिन्हाकित किये गए है साथ ही शाम के शामे होने वाली दुर्घटनाओ की रोकथाम के लिए शाम से लेकर देर रात तक पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है ताकि घटनाओं पर अंकुश लागया जा सके साथ ही सहायक मार्गो से मुख्य मार्ग पर जुड़ने वाले स्थलों पर वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए बेरिकेट्स भी लगाए जाने की योजना भी बनाई जा रही है।

Conclusion:आप को बता दें पुलिस विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक इस वर्ष 2019 में अब तक 171 लोग सड़क हादसों में जान गवां चुके हैं। यह आंकड़ा वर्ष 2018-19 में 180 था। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अकाल मौत का यह आंकड़ा बीते वर्ष की तुलना में अधिक हो सकता है।

बाइट शंकरलाल बघेल जशपुर पुलिस अधीक्षक

तरुण प्रकाश शर्मा
जशपुर

Last Updated : Nov 4, 2019, 7:45 PM IST
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