जशपुर: पुलिस अधिकारियों और जवानों पर बढ़ते काम का बोझ और तनाव को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है. जशपुर में इसके मद्देनजर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया. छत्तीसगढ़, झारखंड समेत देश के कई हिस्सों में सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों के बीच ड्यूटी के दौरान फायरिंग की घटनाएं हुई. जिसके बाद पुलिसकर्मियों और सुरक्षाबलों के जवानों को टेंशन फ्री रखने की कवायद शुरू कर दी गई. इस कार्यशाला में जिले भर के पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए.
इस कार्यशाला में जिला चिकित्सालय के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. आरएन खुसरो ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को स्ट्रेस मैनेजमेंट की जानकारी दी और तनावमुक्त होकर ड्यूटी करने के लिए मार्गदर्शन दिया.
![jashpur police special program](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-jsp-01-police-pkg-cg10014_17122019180122_1712f_1576585882_692.jpg)
ड्यूटी की वजह से बढ़ रहा मानसिक तनाव
वहीं मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. आरएन खुसरो ने बताया कि पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को बेहद कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए काम करना पड़ता है. ऐसे में मानसिक तनाव होना स्वाभाविक है. लंबे समय तक तनाव में रहने से अवसाद की स्थिति बनती है, जिससे अप्रिय घटना होने की संभावना बढ़ जाती है.
![jashpur police special program](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-jsp-01-police-pkg-cg10014_17122019180122_1712f_1576585882_810.jpg)
कोटपा एक्ट की दी गई जानकारी
इसके साथ ही धूम्रपान निषेध के लिए बनाए गए कोटपा एक्ट के संबंध में भी पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी गई. पुलिस विभाग के अधिकारियों को कोटपा एक्ट (सिगरेट्स एंड अदर्स टोबैको प्रोडक्टस एक्ट ) के प्रावधान के साथ इसके तहत किए जाने वाली कार्रवाई की जानकारी भी दी गई. मनोरोग विशेषज्ञों ने बताया कि धूम्रपान की लत के शिकार हो चुके लोगों को इससे निजात दिलाने के लिए जिला चिकित्सालय में निशुल्क कांउसिंलिंग की व्यवस्था की गई है. इसकी जानकारी देकर लोगों को इससे मुक्ति पाने के लिए प्रेरित करना होगा.