जशपुर: हल्की बारिश से किसानों और धान खरीदी केंद्र प्रबंधकों की चिंता बढ़ गई है. जिले के कोनपारा, भगोरा, गनझियाडिह सहित कुछ केंद्रों में किसानों से खरीदे गए धान भीग गए हैं. जिससे नुकसान की संभावना बनी हुई है. हालांकि समितियों की ओर से धान को ढंकने की व्यवस्था की जा रही है. खुले में रखे धान के भीगने के कारण खराब होने का खतरा बढ़ गया है.
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खुले आसमान के नीचे रखा धान
फरसाबहार, पत्थलगांव, कांसाबेल तहसील में हुई हल्की बारिश ने किसानों और उपार्जन केंद्र के प्रबंधकों को परेशान किया. कोंनपारा,भगोरा,गनझियाडिह सहित कुछ केंद्रों में किसानों से खरीदे गए धान भीगने से नुकसान हुआ है. बारिश का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था. मौसम के बिगड़े हुए मिजाज को देखकर अधिकारियों के होश उड़ गए. खुले आसमान के नीचे रखे धान को बारिश से बचाने के लिए अमला सक्रिय हुआ. लेकिन तबतक धान भीग चुका था. धान को भीगने से बचाने के लिए कैप कवर और प्लास्टिक का उपयोग किया गया है. लेकिन बफर लिमिट से ज्यादा धान जमा होने के कारण नुकसान संभव है.
बारिश से बचाने की है व्यवस्था
फरसाबहार के खाद्य निरीक्षक अलाउद्दीन खान का कहना है कि धान को बारिश से बचाने के लिए तहसील के सभी केंद्रों में पर्याप्त कैप कवर की व्यवस्था की गई है. अबतक कहीं से धान भीगने की सूचना नहीं मिली है.