जशपुर: जिला चिकित्सालय में ट्रू-नॉट कोरोना जांच की सुविधा लंबे इंतजार के बाद शुरू हो गई है. इस जांच के शुरू हो जाने से आरटी-पीसीआर जांच पर निर्भरता कुछ हद तक कम हो सकेगी. साथ कोरोना जांच के नतीजे कुछ ही घंटों में मिल पाएगा. इस मशीन क्षेत्र में कोरोना जांच करने की संख्या में इजाफा होगा. RT-PCR रिपोर्ट आने का इंतजार कम हो जाएगा. ट्रू-नॉट मशीन के जरिये रोजाना जिले में लगभग 100 लोगों की जांच की जा सकेगी.
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पुरुषोत्तम सुथार ने बताया कि जिला चिकित्सालय में ट्रू-नॉट मशीन से कोरोना जांच की जाएगी. जशपुर में ही अब कोरोना के सैंपल जांच किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इससे पहले हम अधिकतर जांच के सैंपल के लिए रायगढ़ मेडिकल कॉलेज पर निर्भर हुआ करते थे. अब जशपुर में लगभग 100 कोरोना के सेंपल जांच किए जा सकेंगे. इसकी रिपोर्ट भी 1 घंटे के अंदर प्राप्त हो जाएगी.
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RT-PCR जांच के लिए एकत्र किए गए स्वाब के नमूने
डॉ. पुरुषोत्तम सुथार ने बताया कि ट्रू-नॉट जांच में संदिग्ध मरीज के स्वाब का इस्तेमाल किया जाता है. इसके परिणाम को 90 प्रतिशत सही माना जाता है. उन्होंने बताया कि इसके शुरू हो जाने से आरटी-पीसीआर जांच पर निर्भरता कम हो सकेगी. साथ ही RT-PCR जांच के लिए एकत्र किए गए. स्वाब के नमूने को रायगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा जाता है.
स्वास्थ्य विभाग एंटीजन टेस्ट के आधार पर कर रहा जांच
रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में रायगढ़ के अलावा जशपुर और जांजगीर जिले के नमूनों का परीक्षण भी किया जाता है. इसलिए प्रतिक्षा सूची लंबी हो जाती है. जांच रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन तक का समय लग जाता है. इससे संदिग्ध मरीज को इस अवधि में क्वॉरेंटाइन में रहना पड़ता है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग एंटीजन टेस्ट के आधार पर मरीज का इलाज तत्काल शुरू कर देता है.