जशपुर: जिले में चिकित्सा विभाग की बड़ी लापारवाही सामने आई है. जिले के कुनकुरी जनपद में एक मां पिछले छह माह से अपनी एक मासूम बच्ची की इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है. मां ने बच्ची के इलाज के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई है. बच्ची के दिल में छेद है. वह कुपोषण की गंभीर बीमारी से जूझ रही है.
मामला कुनकुरी जनपद के ग्राम भेलवाटोली का है. यहां रहने वाली विनीत मिंज की डेढ़ साल की बच्ची श्रुति के दिल में छेद है. खेती-किसानी करने वाले इस परिवार के पास इलाज के लिए जरूरी पैसे नहीं है. विनीत ने बताया कि श्रुति की तबीयत बार-बार बिगड़ा करती थी, जिसे इलाज के लिए कुनकुरी के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जांच के बाद श्रुति के दिल में छेद होने का पता चला. इसके साथ ही वह कुपोषण का भी शिकार है, जिसे मितानिन के माध्यम से जिला अस्पताल में सुपोषण केंद्र में भर्ती कराया गया.
सरकार से की अपील
चिरायु के अधिकारियों ने विनीता से कुछ दस्तावेज लेकर जल्द इलाज करने का भरोसा दिया, लेकिन 6 माह बीत जाने के बाद भी मासूम को चिकित्सा सहायता नहीं मिली है. श्रुति के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग के चिरायु में जनवरी में ही कागजात जमा करा दिए गए हैं पर आज तक इलाज नहीं हो पाया है. मां ने अपनी बेटी की इलाज के लिए सरकार से अपील की है.
बता दें कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत गरीब परिवारों के बच्चों के दिल से जुड़ी बीमारियों का इलाज राज्य सरकार की ओर से मुफ्त में करवाया जाएगा. इस योजना के तहत 0-15 साल के बच्चों को मुफ्त में दिल का उपचार किया जाएगा.