जशपुर: जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत के बेटे ने विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा की जमीन लौटा दिया है. बता दें विगत दिनों जिले के पहाड़ी कोरवाओं की जमीन को प्रभारी मंत्री के बेटे के खरीदने के मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने विरोध किया था. मामले के तूल पकड़ने के बाद मंत्री अमरजीत के बेटे आशीष भगत ने आदिवासियों की जमीन वापस कर दी है. जिसे लेकर पहाड़ी कोरवा सामाज में खुशी का माहौल है. मामले को लेकर आंदोलन में उतरी बीजेपी इसे लेकर अब विजय जुलूस निकालने की तैयारी में है.
कैसे वापस हुई जमीन
जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत के बेटे आशीष भगत ने ग्राम हर्रापाठ में विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवाओं की 24 एकड़ जमीन की खरीदी की थी. जिसे लेकर राजनीति भी गरमा गई थी. जिले से लेकर राज्य स्तर तक बीजेपी ने इसका पुरजोर विरोध किया था. पहाड़ी कोरवा की जमीन को वापस दिलाने की मांग की थी. हंगामा बढ़ता देख प्रभारी मंत्री के बेटे आशीष भगत ने पहाड़ी कोरवाओं की 24 एकड़ जमीन को वापस लौटा दिया है.
पहाड़ी कोरवाओं की जमीन वापसी पर बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने
गांव-गांव में होगा जश्न
पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को उनकी जमीन वापस मिलने के बाद भाजपा के नेताओं ने विशेष बैठक जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित की है. बैठक में आंदोलन को मूर्त रूप देने वाले गणेश राम भगत, गोमती साय, कृष्ण कुमार राय, रायमुनि भगत, प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, नरेश नंदे, भाजपा नेता देवधन नायक, गोविंद भगत सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे. बीजेपी नेताओं ने कहा कि कोरवाओं की जीत उनकी जीत है. वह इस खुशी में विजय जुलूस निकालेंगे. आने वाले महीने में गांव-गांव में इसका जश्न मनाया जाएगा. नेताओं का कहना है कि सिर्फ भाजपा ही है जो पहाड़ी कोरवाओं को समझती है. कांग्रेस को यह भी नहीं पता कि पहाड़ी कोरवा किसको कहते हैं.