किसानों ने बताया कि, पहले उन्हें चुनाव और मौसम की आंख मिचौली से लग रहा था कि उनका धान खराब हो जाएगा, लेकिन जिला प्रशासन की अच्छी पहल से जिले में लक्ष्य से ज्यादा धान की खरीदी हुई. साथ ही प्रबंधन ने सतर्कता और तेजी दिखाते हुए शत प्रतिशत धान का उठाव भी कराया.
जिला विपणन विभाग के डीएमओ सीपी सिंह ने बताया कि, वर्ष 2018-19 के लिए शासन से जिले में धान खरीदी के लिए 7 लाख 50 हजार क्विंटल का लक्ष्य दिया था. धान खरीदी की अंतिम तारीख तक 7 लाख 84 हजार 9 सौ 33 क्विंटल धान की खरीदी हुई है. जिसमें 7 लाख 80 हजार 7 सौ 83 क्विंटल मोटा धान और 4 हजार 1 सौ 50 क्विंटल पतला धान की खरीद हुई है. उन्होंने बताया कि, जिले के 29 मिलरों को 7 लाख 84 हजार 8 सौ 63 क्विंटल का डीओ जारी किया जा चुका है. जिसमें मिलरों ने 6 लाख 93 हजार 7 सौ 12 क्विंटल धान का उठाव कर लिया है.
उन्होंने बताया कि, वर्ष 2018-19 में धान खरीदी की प्रक्रिया में बेहतर प्रदशर्न के आधार पर जिले को चौथा स्थान मिला है. उन्होंने बताया कि, यह रैंकिंग धान खरीदी ओर उठाव के लिए जारी किए गए डीओ के आधार पर मिलती है. जशपुर जिले ने इस मामले में दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ और जांजगीर-चांपा जैसे बड़े जिले को भी पीछे छोड़ दिया है.