सरगुजा : जिले की आदिवासी महिलाओं और पुरुषों के तैयार किए जा रहे मैनपाट की तिब्बती कालीन अब आईएएस ट्रेनिंग एकेडमी मसूरी में नजर आऐंगे. यहां बन रही कालीन में गुणवत्ता का खास ध्यान रखा जा रहा है, यही कारण है कि आईएएस ट्रेनिंग अकादमी को सरगुजा जिले में बनने वाली कालीन इतनी पसंद आई कि उन्होंने 68 कालीन का ऑर्डर दे दिया है. इतना बड़ा ऑर्डर मिलने के बाद कालीन निर्माण में लगी टीम के साथ जिला प्रशासन का काफी उत्साह बढ़ गया है.
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मुख्यमंत्री को दिए थे भेंट
आदिवासी महिलाओं की बनाई गई कालीन की लॉन्चिंग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्चुअल माध्यम से की थी. उद्घाटन के अवसर पर महिलाओं ने मुख्यमंत्री को अपनी ओर से पहला कालीन उपहार स्वरूप प्रदान किया था. अब कालीन निर्माण के अध्याय में एक और बड़ी सफलता जुड़ गई है. भारतीय प्रशासनिक सेवा अकादमी को सरगुजा की आदिवासी महिलाओं के बनाए गए कालीन काफी पसंद आए हैं. यही वजह है की उन्होंने अलग-अलग क्वालिटी के कुल 68 कालीन की सप्लाई का आर्डर दिया है. लगभग 4 लाख रुपये कालीन की लागत होगी. देश की सर्वोच्च सेवा प्रदान करने वाले अधिकारियों को तैयार करने वाली संस्था से मिला यह आर्डर सरगुजा की आदिवासी महिलाओं के लिए सम्मान व गर्व की बात है.