जशपुर: कोरोना काल में जहां शैक्षणिक संस्थान बंद पड़े हैं तो वहीं खेल संस्थान पर भी इसका असर देखने को मिला है. जिले में अब लम्बे समय के बाद ताइक्वांडो प्रशिक्षण को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर के उपयोग के साथ ही फिर से शुरू किया गया है. यहां विभिन्न वर्ग के बच्चों को ताइक्वांडो खेल में आगे बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर भी सिखाये जा रहे हैं.
जिले में बने ताइक्वांडो स्टेडियम में खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए शासन ने सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराई है. इस स्टेडियम में विशेष रूप से बालिकाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा.आत्मरक्षा के लिए ये खेल बालिकाओं को सिखाया जाएगा. जिसे ध्यान में रखते हुए बालिकाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. बालिकाओं को असामाजिक तत्वों से बचाव के छोटे-बड़े तरीके बताए जा रहे हैं, जिससे बालिकाओं में अपनी बचाव के लिए आत्मविश्वास बढ़ रहा है.
हर साल दिया जा रहा प्रशिक्षण
ताइक्वांडो के प्रशिक्षक नंदलाल यादव ने बताया कि ताइक्वांडो का प्रशिक्षण सुबह और शाम दो पालियों में दिया जाता है. इस प्रशिक्षण में आयु सीमा भी निर्धारित की गई है. नए बालकों के लिए 17 वर्ष निर्धारित है. उन्होंने बताया कि जिले में लगातार विगत 10 वर्षाें से ताइक्वांडो खेल के प्रशिक्षण से यहां के बच्चों में खेल भावना बढ़ता जा रहा है. यहां के खिलाड़ी बच्चे हर वर्ष ताइक्वांडो खेल से प्रशिक्षण प्राप्त कर लगातार जिले का नाम प्रदेश ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रोशन कर रहे हैं.