जशपुर: छत्तीसगढ़ से ऐसी कई तस्वीरें सामने आईं जिसमें नक्सल प्रभावित बस्तर में जवानों के साए में रोड निर्माण कराया गया. लेकिन ये तस्वीरें थोड़ी अलग हैं. ये तस्वीरें हैं जशपुर जिले के पत्थलगड़ी क्षेत्र की, यहां के ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर इसलिए खड़े हैं जिससे सड़क निर्माण करा सकें.
जिले के सबसे ज्यादा संवेदनशील माने जाने वाले पत्थलगड़ी क्षेत्र में सड़क निर्माण के दौरान दोनों तरफ गांववाले कर्मचारियों को सुरक्षा दे रहे हैं. यहां नक्सलियों का डर नहीं बल्कि वन विभाग की आपत्ति की वजह से ये ग्रामीण सड़क के किनारे लाठी-डंडे लेकर खड़े हैं.
क्या है पेंच
सड़क निर्माण पर वन विभाग ने आपत्ति दर्ज कराई है और ठेकेदार को काम बंद करने का अल्टीमेटम दे दिया है. जोराजाम से गायलूंगा तक बनने वाली इस सड़क में बादलखोल वन अभयारण्य क्षेत्र का भी कुछ हिस्सा पड़ रहा है और इस सड़क के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों ने वन विभाग से एनओसी नहीं ली थी और काम शुरू कर दिया था, जिसके बाद वन विभाग ने काम बंद करने का आदेश दे दिया.
गांववालों ने किया विरोध
आजादी के बाद से लोग इस मार्ग पर सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं. पत्थलगड़ी क्षेत्र कलिया, बुटूंगा, गायलूंगा के ग्रामीणों को जब काम बंद करने के आदेश की जानकारी मिली, तो वे नाराज हो गए और लाठी डंडे से लैस होकर सड़क पर खड़े होकर निर्माण कार्य कराने लगे. काम बंद कराने जब अधिकारी मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों के विरोध का सामना अधिकारियों को करना पड़ा.
वन विभाग की आपत्ति और काम बंद करने के आदेश को लेकर अब ग्रामीणों ने स्पष्ट कह दिया है कि जब तक सड़क निर्माण कार्य पूरा नहीं होगा, वो इसी तरह से लाठी डंडे से लैस होकर सड़क का निर्माण कराएंगे. ग्रामीण आजादी के बाद से सड़क की मांग कर रहे थे और अब अगर इस सड़क पर कोई काम बंद कराएगा तो वो बर्दाश्त नही करेंगे. फिलहाल अब देखना होगा कि इस मामले में प्रशासन क्या रुख अख्तियार करता है.