जशपुर: भारतीय जनता युवा मोर्चा ने 12वीं बोर्ड के आयोजन को लेकर सवाल उठाए हैं. कार्यकर्ताओं ने परीक्षा पर रोक लगाने के लिए राज्यपाल के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. युवा मोर्चा का कहना है कि परीक्षा खत्म हो जाने के बाद अब सेंटरों में आंसर शीट जमा की जा रही है. जिसमें बड़ी संख्या में स्टूडेंट की भीड़ जुट रही है. ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है.
कोरोना काल में जहां CBSE समेत तमाम राज्यों ने बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी हैं. वहीं छत्तीसगढ़ में 12वीं की परीक्षा के आयोजन को लेकर विरोध शुरू हो गया. हालांकि प्रदेश में 12वीं बोर्ड की एग्जाम फ्रॉम होम पैटर्न पर 1 जून से 5 के बीच संपन्न हो चुकी है. अब छात्र आंसर शीट जमा कर रहे हैं. परीक्षा की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा BJYM ने राज्यपाल के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
फैल सकता है संक्रमण
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अमन शर्मा बताया है कि छत्तीसगढ़ अभी कोरोना के दूसरी लहर से पूरी तरह उबरा नहीं है. अब विशेषज्ञ तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं. जिसमें बच्चों का सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि परीक्षाा खत्म होने के बाद अब छात्र सेंटरों में आंसर शीट जमा कर रहे हैं. ऐसे में सेंटरों में भारी भीड़ जुट रही है. इससे कोरोना संक्रमित फैलने का खतरा बढ़ गया है. युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अमन शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण में खतरे को देखते हुए सीबीएसई की परीक्षा निरस्त कर दी गई है. कई राज्यों ने 12वीं भी कैंसिल कर दी है.
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प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग
ज्ञापन में भारतीय जनता युवा मोर्चा ने कहा ज्ञापन में कहा है कि आंसर शीट के जमा करने के दौरान कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया है. इसलिए इस प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए. ज्ञापन सौंपने के दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अमन शर्मा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नितिन राय, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विक्रांत सिंह, सांसद प्रतिनिधि विष्णु सोनी समेत पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.