जशपुर : जिले के सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ रैली निकालकर धरना प्रदर्शन किया. इसके साथ ही इन महिलाओं ने केन्द्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए 8 मार्च को रायपुर से लेकर दिल्ली तक धरना प्रदर्शन करने का एलान भी किया है.
जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन करने के बाद रणजीता स्टेडियम के पास आंदोलनकारियों ने जमकर नारेबाजी की. इसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शहर में रैली निकाली. साथ ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
मानदेय वृद्धी को लेकर आंदोलन
संघ की सचिव मनोरंजनी टोप्पो ने बताया कि, 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में हुई चर्चा के दौरान 2018 से कार्यकर्ता को 15सौ और सहायिका को 1250 रुपए मानदेय देने की घोषणा की थी. इस दौरान प्रधानमंत्री ने घोषणा की तिथि से ही इसका लाभ दिए जाने का भरोसा भी दिया था, लेकिन मानदेय वृद्वि को लेकर जो आदेश प्रसारित किया गया है, उसमें इस वृद्वि का लाभ आदेश जारी करने की तिथि जुलाई 2019 से मिलेगा. ये पूरे देश के 26 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनि कार्यकर्ताओं के साथ सीधे धोखा है'.
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वहीं संघ की जिलाध्यक्ष यशोमती बाई का कहना है कि, 'सरकारी रिकॉर्ड में उनकी ड्यूटी भले ही 8 घंटे दर्ज की जाती है, लेकिन हकीकत में वे रोजाना 18 घंटे की ड्यूटी करती हैं. उन्हें श्रम कानून के मुताबिक न्यूनतम 18 हजार रुपए पारिश्रमिक दिया जाना चाहिए'. उन्होंने कहा कि, 'संघ का ये आंदोलन मांग पूरी होने तक चलता रहेगा'.