जांजगीर चांपा : नेपाल से आए रेसलर अमित को हराने के बाद सोमवार की शाम प्रतीक तिवारी जांजगीर पहुंचे. जहां नगरवासियों ने नेता जी चौंक और कचहरी चौंक में जमकर आतिशबाजी (Wrestler Prateek The Lion grand welcome ) की. गाजा बाजा और फूल माला से प्रतीक का स्वागत किया. वहीं प्रतीक के घर में उसकी मां पापा और पत्नी के साथ रिश्तेदारों ने भी आरती उतार कर स्वागत (The Lion grand welcome in Janjgir champa ) किया. प्रतीक की मां ने बताया कि '' उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनका बेटा जो गेम खेलता है उससे जान भी जा सकती है. मैच का वीडियो भी उन्होंने देखा लेकिन उस दौरान बेटे को लगी चोट के बारे में किसी ने कुछ नहीं बताया. लेकिन उसके सिर में लगे चोट को देखकर उनकी मां के आंख से आंसू निकल पड़े और इस तरह की मैच में अपने इकलौते बेटे को शामिल न होने की सलाह दे रहीं है. क्योंकि इसमें जो भी प्रतिद्वंदी होगा वो भी किसी का बेटा है और हर किसी की जान उसके परिवार के लिए महत्वपूर्ण होता है.''
कहां हुआ था मैच : 9 अक्टूबर को रायपुर के इंडोर स्टेडियम में प्रो रेसलिंग प्रतियोगिता में जांजगीर का प्रतीक तिवारी ने डेथ मैच के चैलेंज देते हुए रेसलिंग के लिए अपना नाम दर्ज कराया. प्रतीक की चुनौती को नेपाल के अमित अस्सासिन रेसलर ने स्वीकार किया और छत्तीसगढ़ में मौत के खेल में हराने की चुनौती दी. प्रतीक के मुताबिक मैच के शुरू होने से पहले ही नेपाल की रेसलर ने हाथापाई शुरू कर दी थी. अमित ने धारदार औजार से हिट करना शुरू किया जिससे प्रतीक के सिर में चोट लगी और खून बहने लगा. मैच के दौरान कई बार प्रतीक को बैकफुट में आना पड़ा और उसके समर्थक निराश हो रहे थे. प्रतीक ने बताया कि ये मैच सिर्फ प्रतीक और अमित का नही था. इस मैच में छत्तीसगढ़ के अस्मिता और सम्मान को जुड़ा देखा और अपने समर्थकों के विश्वास को कायम रखने के लिए नया टेक्निक अपनाया. द ग्रेट खली से सीखे पैंतरे को अपना कर अपने प्रतिद्वंदी को पटखनी दी और चित्त कर दिया.
प्रतीक ने रेसलिंग के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करने के लिए नेपाल में आयोजित आगामी रेसलिंग में भी शामिल होने दावा किया और जीत हासिल कर देश का नाम गौरवान्वित करने का भरोसा दिलाया है. प्रतीक ने राज्य सरकार से रेसलिंग को बढ़ावा देने के लिए रिंग उपलब्ध कराने के लिए भी मांग की है और इस पर चर्चा करने सीएम से मुलाकात करने की योजना बनाई है.grand welcome of the Lion