जांजगीर चांपा : जिला के बस्ती बाराद्वार गांव में बुधवार की शाम दो समुदाय के बीच अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया (case of removing the dead body from the burning pyre in Janjgir Champa) था. एक समाज के लोगों ने जलती चिता से शव को बाहर निकाल कर अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा (Uproar over dead body in Janjgir Champa)दी. वहीं रात से ही गांव में तनाव की स्थिति बनी रही और पीड़ित परिवार के साथ भीम आर्मी ने बाराद्वार जैजैपुर मार्ग में चक्काजाम कर सरपंच सहित आरोपियों की गिरफ्तारी और बाराद्वार थाना प्रभारी के खिलाफ कारवाई की मांग की (Arrest in the incident of dead body in Janjgir Champa) थी. भारी तनाव के बाद आखिरकार चांपा पुलिस ने सरपंच सहित 9 आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है और बाराद्वार थाना प्रभारी के खिलाफ जांच का आश्वासन दिया है.
क्या था मामला : बारद्वार गांव के दबंगों ने छोटी जाति के लोग कहकर शासकीय मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा दी है. बाराद्वार थाना के बस्ती बाराद्वार गांव में मानवता को शर्मसार करने वाला कोई और नहीं बल्कि गांव का सरपंच और उसके सहयोगी हैं. जिन्होंने बुधवार को गांव के एक युवक शव को सार्वजनिक मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा दिया और चिता की आग बुझाकर अधजले शव को बाहर निकाल दिया. सरपंच और उसके साथियों के इस अमानवीय व्यवहार से मृतक के परिजनों और समाज के लोगों में भारी आक्रोश देखा गया और रात में ही अधजले शव को लेकर आरोपियों को गिरफ्तार की मांग की लेकर प्रदर्शन करने लगे. सुबह तक बाराद्वार थाना प्रभारी ने कोई कारवाई नही की.जिसके बाद परिवार के लोगों ने शव सड़क पर रखकर चक्काजाम कर (Ruckus over dead body in Muktidham of Bardwara) दिया.
भीम आर्मी ने दिया समर्थन : इस घटना को सुनने के बाद भीम आर्मी के सदस्य भी मौके में पहुंचे और आंदोलन में शामिल हुए. उन्होंने प्रदेश सरकार पर अनुसूचित जाति के लोगो को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए आवाज दबाने की आरोप लगाया. बस्ती बाराद्वार गांव में अंतिम संस्कार को लेकर उपजे विवाद के बाद जिला पुलिस और जिला प्रशासन की टीम आक्रोशित लोगों को समझाइश देती रही. लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े लोगों ने आज दोपहर एक बजे तक चक्काजाम कर नारेबाजी की वहीं. गांव से फरार सरपंच और उसके साथियों को चांपा पुलिस ने गिरफ्तार कर परिजनों को जानकारी दी .बाराद्वार थाना प्रभारी के खिलाफ विभागीय जांच का भरोसा दिलाया है . इसके बाद शव को उसी शासकीय मुक्तिधाम में परिजनों और समाज के लोगों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार संपन्न कराया गया.