जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा के पिहरीद गांव के बोरवेल में फंसे राहुल साहू को पांच दिन हो गए (Rahul sahu Rescue Operation Updates) हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही टीम राहुल को सुरक्षित निकालने के लिए लगातार ऑपरेशन चला रही है. राहुल साहू और जिंदगी के बीच अभी चट्टान (Rahul Sahu trapped in borewell of Janjgir Pihrid Village) है. रेस्क्यू टीम ने राहुल तक पहुंचने के लिए टन बनाया है. लेकिन राहुल और टनल के बीच में चट्टान है. जिसे रेस्क्यू टीम हटाने का काम कर रही है. जांजगीर के बोरवेल में फंसे राहुल का लोकेशन रेस्क्यू टीम को पता चला है. राहुल जहां बैठा है वहां जाने के लिए रेस्क्यू टीम ने टनल बना लिया है. टनल के ऊपर के पत्थर को तोड़ गया है. टनल के नीचे के पत्थर को तोड़ा ( fifth day rescue operation of Rahul Sahu) जा रहा है.
विक्टिम लोकेशन कैमरे की मदद से राहुल तक पहुंचा जा रहा: विक्टिम लोकेशन कैमरा (Victim Location Camera) की मदद से राहुल की वास्तिक लोकेशन का पता लगाया गया है. राहुल तक इस कैमरे की तस्वीरों की मदद से पहुंचा जा रहा है. इस वीएलसी कैमरे से दीवार या चट्टान के उस पार से आने वाली आवाजों को आसानी से सुनकर राहुल साहू की स्थिति का पता लगाया जा रहा है. एनडीआरएफ और रेस्क्यू टीम लगातार इस कैमरे की मदद से राहुल तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
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सोमवार को रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या हुआ ?: सोमवार को रात 12 बजे तक करीब 80 घंटे से ज्यादा का रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ. रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम राहुल के नजदीक तक पहुंच गई थी. सोमवार को राहुल की रेस्क्यू टीम से दूरी महज चार फीट थी. लेकिन यहां बड़ी चट्टान बाधा बन गई. ड्रिल मशीन से काम रोककर हाथ से चट्टान तोड़ने का काम किया गया. मंगलवार सुबह तक लगातार खुदाई होती रही.
सोमवार से लगातार मेडिकट टीम है अलर्ट: सोमवार शाम से जांजगीर चांपा में मेडिकल टीम को अलर्ट किया गया. रेस्क्यू स्थल पर मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है. एंबुलेंस भी तैयार कर रखा गया है. जांजगीर चांपा से बिलासपुर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. ताकि राहुल को बोरवेल से निकालने के बाद तुरंत एंबुलेंस के जरिए अपोलो अस्पताल लेकर जाया जा सके.
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शनिवार और रविवार को खुदाई के साथ रोबोटिक एक्सपर्ट की मदद ली गई: शनिवार और रविवार को लगातार घटना स्थल से कुछ दूरी पर सामानंतर खुदाई जारी रही. गुजरात से रोबोटिक एक्सपर्ट को बुलाया गया. लेकिन पथरीली जमीन होने की वजह से रोबोटिक तकनीक भी यहां काम नहीं आई. उसके बाद रविवार को खुदाई के बाद सुरंग बनाने का काम तेज किया गया है. सुरंग बनाने के लिए कुसमुंडा और मनेन्द्रगढ़ के एसईसीएल के अधिकारियों से चर्चा कर सुरंग निर्माण का काम शुरू हुआ.
10 जून को बोरवेल में गिरा था राहुल : शुक्रवार 10 जून को राहुल साहू दोपहर तीन बजे बोरवेल में गिरा था. घरवालों ने जब उसे खोजा तब बोरवेल से आवाज और हलचल सुनाई दी. जिससे पता चला कि राहुल साहू बोरवेल में गिर गया है. उसके बाद जिला प्रशासन को सूचना दी गई और 10 जून शाम से ही राहुल साहू का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था