जांजगीर-चांपा: अकलतरा में गुजरात से आए हुए लगभग 150 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. इस सेंटर में 50 लोगों को रखे जाने की व्यवस्था है लेकिन 150 लोगों को रखा ठहराया गया है. यहां आए हुए लोग बदइंतजामी का शिकार हैं. न तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है और न ही साफ-सफाई का इंतजाम है. इन लोगों में बहुत से छोटे बच्चे भी शामिल है, जिनके दूध की व्यवस्था भी नहीं हो रही है. ऐसी स्थिति में लोग एक ही दिन में क्वॉरेंटाइन सेंटर छोड़ने की बात कर रहे हैं. इस बीच चौंकाने वाली बात सामने आई है कि ये सभी मजदूरों ने बताया कि यहां वे अपने टिकट पर आए है उन्हें कोई मुफ्त टिकट नहीं दी गई है.
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सोमवार को छत्तीसगढ़ में पहला मजदूरों का जत्था श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचा है. बिलासपुर पहुंचने के बाद इन मजदूरों को उनके जिले में क्वॉरेंटाइन किया है. जिले के अकलतरा के लगभग 150 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है.ये सभी जिला प्रशासन की व्यवस्था से परेशान हैं. मजदूरों ने ये भी कहा कि उन्हें किसी तरह की कोई फ्री टिकट नहीं मिली थी वे अपने खर्च पर टिकट लेकर पहुंचे हैं. यहां आने पर उन्हें किसी अपराधी की तरह रखा गया है. खाना समय पर नहीं मिलने से बच्चे रोने लगे हैं. दूध की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है. वे सभी बस से अपने घर लौटना चाहते हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हो रहा पालन
क्वॉरेंटाइन सेंटर से मजदूर ने बताया कि खाने की सही व्यवस्था नहीं की गई है. नाश्ता भी नहीं दिया जा रहा है ऐसे में बच्चे भूख से रोने लगे है. कुछ लोग जो थोड़ा बहुत खाने का सामान रखे हैं, वही बांट रहे हैं. जिस जगह पर संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा उस जगह पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. 50 लोगों की क्षमता वाले जगह में 150 लोगों को रख दिया गया है.