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जांजगीर-चांपाः जर्जर हालत में पढ़ने को मजबूर हैं विद्यार्थी, 12 वर्षों से नहीं बना शासकीय प्राथमिक शाला

मालखरौदा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत पिरदा में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला वर्षों से नए भवन के लिए तरस रहा है. यहां जान जोखिम में डालकर बच्चे पढ़ने जाते हैं.

government primary school
12 वर्षों से जर्जर हाल में शासकीय प्राथमिक शाला
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Published : Dec 22, 2020, 8:17 PM IST

Updated : Dec 22, 2020, 8:39 PM IST

जांजगीर-चांपाः ग्राम पंचायत पिरदा में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला वर्षों से नए भवन की बाट खोज रहा है. जर्जर हालत में होने के बाद भी सरकार प्राथमिक शाला भवन निर्माण को स्वीकृति नहीं दे रही है. शासन द्वारा नौनिहालों के लिए शासकीय प्राथमिक शाला खोला गया था.

पढ़ेः डोगरगांव: हायर सेकेंडरी स्कूल भवन निर्माण में लापरवाही, PWD विभाग कर रहा बंद आंखों से निगरानी!

जर्जर हो चुका है भवन

प्राथमिक शाला का भवन 12 वर्षों से जर्जर हो चुका है. छत व दीवाल में जगह-जगह दरारें पड़ चुकी है. भवन के छत से प्लास्टर सीमेंट नीचे गिर रहे हैं. यहीं नहीं बारिश के दिनों में विद्यालय भवन में 1 से 2 फुट पानी भी भर जाता है. जान जोखिम में डालकर विद्यार्थी पढ़ने आते हैं, लेकिन भवन के अभाव में दिनों-दिन नौनिहालों की संख्या घट रही है.

एक कमरे में चलती है पांच कक्षाएं

भवन जर्जर होने के चलते सालों से शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय के एक कमरे में 5 कक्षाएं संचालित की जाती है. नौनिहाल उधारी के भवन में पढ़ाई करने को मजबूर हैं. ग्राम पंचायत पिरदा सरपंच और ग्रामीणों ने विधायक और सांसद समेत जिला प्रशासन, शिक्षा मंत्री को लिखित आवेदन भी दिया है और नए शासकीय प्राथमिक शाला विद्यालय भवन के लिए मांग कर चुके हैं. बावजूद इसके समस्याएं जस की तस बनी हुई है.

जांजगीर-चांपाः ग्राम पंचायत पिरदा में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला वर्षों से नए भवन की बाट खोज रहा है. जर्जर हालत में होने के बाद भी सरकार प्राथमिक शाला भवन निर्माण को स्वीकृति नहीं दे रही है. शासन द्वारा नौनिहालों के लिए शासकीय प्राथमिक शाला खोला गया था.

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जर्जर हो चुका है भवन

प्राथमिक शाला का भवन 12 वर्षों से जर्जर हो चुका है. छत व दीवाल में जगह-जगह दरारें पड़ चुकी है. भवन के छत से प्लास्टर सीमेंट नीचे गिर रहे हैं. यहीं नहीं बारिश के दिनों में विद्यालय भवन में 1 से 2 फुट पानी भी भर जाता है. जान जोखिम में डालकर विद्यार्थी पढ़ने आते हैं, लेकिन भवन के अभाव में दिनों-दिन नौनिहालों की संख्या घट रही है.

एक कमरे में चलती है पांच कक्षाएं

भवन जर्जर होने के चलते सालों से शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय के एक कमरे में 5 कक्षाएं संचालित की जाती है. नौनिहाल उधारी के भवन में पढ़ाई करने को मजबूर हैं. ग्राम पंचायत पिरदा सरपंच और ग्रामीणों ने विधायक और सांसद समेत जिला प्रशासन, शिक्षा मंत्री को लिखित आवेदन भी दिया है और नए शासकीय प्राथमिक शाला विद्यालय भवन के लिए मांग कर चुके हैं. बावजूद इसके समस्याएं जस की तस बनी हुई है.

Last Updated : Dec 22, 2020, 8:39 PM IST
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