जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा जिले में पुलिस पर अवैध उगाही के लिए मारपीट का गंभीर आरोप लगने के बाद आरोपी आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है. भीम रेजीमेंट और पामगढ़ विधायक इंदु बंजारे ने एसपी कार्यालय पहुंच कर मामले की शिकायत की थी. दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई थी. विधायक अपने साथ पीड़ित परिवार और घायल आदिवासी युवकों को भी लेकर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करने पहुंचे थे. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने जांच के आदेश दिए थे. (Janjgir Champa Constable suspended)
ये है मामला: रविवार रात करीब 11 बजे कुछ आरक्षक शराब बेचने और बनाने के शक में गांव के चंदन गोंड के घर घुसे. पीड़ित परिवार का आरोप है कि जब घर में कुछ नहीं मिला तो पुलिस ने 10 हजार की मांग की. पैसा न देने पर डंडों से पिटाई भी की. मारपीट में पीड़ित परिवार के दो लोगों को चोटें आई है. पीड़ित ने अपनी शिकायत में कहा है कि पामगढ़ थाने में जब वो लोग इसकी शिकायत करने पहुंचे तो रिपोर्ट भी नहीं लिखी गई, जिसके बाद पीड़ित परिवार ने एसपी ऑफिस पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है.
एसपी से विधायक ने की मुलाकात: 31 जुलाई की देर रात हुई मारपीट के मामले में सुबह से ही भीम आर्मी के लोग पामगढ़ थाना के सामने दोषी आरक्षकों के खिलाफ कारवाई की मांग को लेकर डटे रहे. जब पामगढ़ पुलिस ने कारवाई नहीं की तो विधायक इंदु बंजारे पीड़ित परिवार को लेकर जांजगीर में पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचीं.
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शिकायत के बाद जांच के आदेश: शिकायत के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने जांच का आदेश दिया है. एडिशनल एसपी ग्रामीण निकोलस खलको को जांच का जिम्मा सौंप दिया गया है.
जांच अधिकारी ने कहा जांच शुरु हो चुकी है: पामगढ़ थाना के 7 आरक्षकों के खिलाफ हुई शिकायत पर तत्काल जांच शुरू कर दी गई है. एडिशनल एसपी ग्रामीण ने बताया कि मामला गंभीर है. सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर जांच की जा रही है.