जांंजगीर चांपा: पामगढ़ ब्लाक के भैसों के गौठान में 1 माह के अंदर 90 मवेशियों की मौत का मामला सामने आया है. यह गौठान शाकंभरी बोर्ड के अध्यक्ष राम कुमार पटेल के गृह ग्राम और गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुंदर दास के निवास से 22 किलोमीटर दूर है. नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भैसों गौठान की स्थिति का जायजा लेकर आज जांजगीर में प्रेस वार्ता की. उन्होंने राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट को ढकोसला बताया और गौ वंश को बिना दाना पानी के गौठान में बंधक बना कर हत्या करने का आरोप लगाए है और इस मामले में राज्य सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक विरोध करने का एलान किया है.
नेता प्रतिपक्ष ने किया गौठान का निरीक्षण: छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष ने आज भैसों के गौठान का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने मवेशियों के कब्रगाह बने गौठान की स्थिति का जायजा लिया. नेता प्रतिपक्ष के गौठान में पहुंचने और मवेशियों की मौत की जानकारी मिलने पर पामगढ़ ब्लाक के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. जिसके बाद अधिकारी गौठान में पहुंच कर उपस्थिति दर्ज कराई. नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि "गौठान में अभी भी जो मवेशी बंद है उनकी स्थिति गंभीर है ,गौठान में न तो पानी की व्यवस्था है न ही पैरा की व्यवस्था है ,,,,गौठान समिति ने मवेशियों के पेट भरने का कोई इंतजाम नहीं किया है बल्कि गौठान में मवेशियों की होने वाली मौत को देखते हुए 4 हजार रुपए में मवेशियों के खाल निकालने वाले की नियुक्ति करने का आरोप लगाया है.
जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही सामने आई: मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर जिले में जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया है. गौठान में मवेशियों की मौत लगातार हो रही है. गौठान में हुए घोटाले की जांच होनी चाहिए. उन्होंने मवेशियों के मौत के जिम्मेदार पर कार्रवाई की मांग की है.
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नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल की दोषियों पर कार्रवाई की मांग: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने आरोप लगाया है कि "पिछले कई महीनों से गौठान में गौठान से जो तस्वीर निकलकर सामने आई है. वो दिल दहलाने वाली है. गौठान में जगह जगह गौ वंशो के मृत शरीर और हड्डियां पड़ी हुई है." नारायण चंदेल ने छत्तीसगढ़ शाकंभरी बोर्ड अध्यक्ष राम कुमार पटेल और गौसेवा आयोग अध्यक्ष रामसुंदर दास महंत पर भी निशाना साधा है.
कार्रवाई नही होने पर आगामी विधानसभा सत्र में उठाऐंगे मुद्दा: चंदेल का कहना है कि "दोनों अध्यक्षों का निवास कुछ ही दूर में है, मगर इनको अपनी गाड़ी से उतरकर मवेशियों को देखने तक कि फुर्सत नहीं है." नारायण चंदेल ने शासन से मांग की है कि "इस तरह जो गौमाताओं की मौत हुई है. इसकी निष्पक्ष जांच हो. जो भी इसमे दोषी है, चाहे कितना बड़ा ही आदमी क्यों न हो, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. नारायण चंदेल ने आगामी विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को उठाने की चेतावनी दी है.