चन्द्रपुर/जांजगीर-चांपा: चंद्रपुर नगर पंचायत के अधिकारियों की उदासीनता से इन दिनों नगर में साफ सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. शहर के कई वार्डों में गंदगी फैली हुई है, जिससे बद्बू आ रही है.
नगर पंचायत चंद्रपुर एक धार्मिक स्थल है पर यहां की गंदगी स्वच्छता अभियान की पोल खोल रही है. यहां अन्य राज्यों से श्रद्धालु दर्शन करने हर रोज हजारों की संख्या में मां चंद्रहासिनी देवी के दरबार पहुंचते हैं. इसके बाद भी नगर पंचायत चंद्रपुर के मंदिर के पास लगे वार्ड क्रमांक 6-7 में गंदगी का अंबार लगा है.
बता दें कि चंद्रपुर की जीवनदायिनी महानदी चित्रोत्पला में भारी गंदगी है, जिससे इलाके में महामारी फैलने का डर है. महानदी किनारे नगर पंचायत ने 1 करोड़ 60 लाख रुपए से अधिक की लागत राशि से निस्तारी के लिए तटबंध सह पचरी का निर्माण कराया था, जो 3 वर्षों में ही धरासायी हो गई है, जो कि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. इतना ही नहीं नगर का गंदा पानी भी महानदी में बहाया जा रहा है, जिससे दिन प्रतिदिन जीवनदायिनी प्रदूषित होती जा रही है.
श्रृद्धालुओं को बीमारी होने का डर
दूर-दराज से आए श्रृद्धालुओं का कहना है कि नदी में नहाने से खुजली, चर्म रोग और स्वास्थ्य से संबंधित बीमारी होने का डर बना रहता है. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर में गंदगी के कारण नदी के पास खड़े रहना भी मुश्किल है. गंदा पानी घाट में आने से वार्डवासियों का जीना दूभर हो गया है.
धूल चाट रही जांच की फाइल
स्थानीय ने बताया कि मामले को लेकर नगर पंचायत कार्यालय में कई बार सीएमओ और नगर पंचायत अध्यक्ष को अवगत करा चुके हैं. इसके बावजूद आज तक गंदे पानी को रोका नहीं जा रहा है. नगर की समस्या जस की तस बनी हुई है. इतना ही नहीं तटबंध सहपचरी निर्माण में भी अनियमितता की जांच के लिए कई बार बोला गया, लेकिन विभाग लीपापोती में जुटा है. इससे नगरवासियों में खासा नाराजगी देखने को मिल रहा है.