जांजगीर-चांपा: नगरीय निकाय चुनाव में इस बार जीत की चाबी भू-स्वामित्व अधिकार पट्टे से निकालने की जुगत हो रही है. भूपेश सरकार भू-स्वामित्व अधिकार पट्टे के लिए जोर-शोर से तैयारी कर रही है. अकेले जांजगीर-चांपा जिले के नगरी क्षेत्रों में रहने वाले 4 हजार परिवारों को भू स्वामित्व पट्टा देने के की तैयारी है. इसके लिए राजस्व अमला दिन-रात लगा हुआ है.
दरअसल, जांजगीर-चांपा जिले में चार-हजार परिवारों को सर्वे सूची में शामिल किया गया है, जिन्हें भू-स्वामित्व अधिकार पट्टा दिया जाएगा. यह मास्टर स्ट्रोक इतना असरदार है कि इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2 साल पहले तक जिस भूमि पर लोग काबिज हैं, उन्हें भू-स्वामित्व अधिकार पट्टा दिया जाएगा.
कलेक्टर से लेकर पटवारी तक काम में लगे
मामले में जांजगीर-चांपा कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक ने बताया कि कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि पट्टा बनाने का काम अक्टूबर में पूरा कर लिया जाए. यही कारण है कि जिला से पटवारी लेवल तक नगरी निकाय क्षेत्रों में टीम बनाकर सर्वे के बाद दावा आपत्ति के साथ ही पट्टा वितरण के लिए तैयारी हो रही है.
सरकार को मिलेगा सीधा फायदा
वहीं एक तौर से देखा जाए तो इसका सीधे लाभ सरकार को मिलेगा क्योंकि 2 साल से काबिज लोगों को भी सरकार पट्टा देने की जुगत में है, जो वाकई भूपेश सरकार का मास्टर स्ट्रोक है, जिससे नगर मतदाता प्रभावित होंगे और इसका लाभ सरकार को मिलेगा.