जांजगीर चांपा : मालखरौदा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत डोमा में सचिव रमेश साहू की मनमानी चरम सीमा पर है. 16 मार्च से छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ अपनी एक सूत्री मांग को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर थे. जिसके बाद मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद पंचायत सचिव संघ ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी. लेकिन ग्राम पंचायत डोमा के सचिव रमेश साहू अब तक अपने काम से नदारद हैं. सचिव रमेश साहू पंचायत सचिवालय को बंद करके गायब हैं. जिससे ग्रामीणों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीणों में आक्रोश : 54 दिन बाद ग्राम पंचायत सचिव हड़ताल से वापस आए थे. ग्रामीणों को उम्मीद थी कि सचिव के आने के बाद काम जल्द से जल्द पूरे होंगे. लेकिन ग्राम पंचायत के सचिव मनमानी करते हुए पंचायत नहीं आ रहे हैं. जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश नजर आ रहा है. पंचायत सचिव के हड़ताल में जाने से ग्राम पंचायतों के काम पूरी तरह से ठप पड़ गए थे. लेकिन हड़ताल खत्म होने के बाद भी ग्राम पंचायत डोमा के सचिव रमेश साहू पंचायत भवन में ताला लगाकर गायब हैं. इधर ग्रामीण अपने छोटे छोटे कामों को लेकर भटक रहे हैं. लेकिन जिम्मेदारों ने अपनी आखें बंद कर रखी है. जिसका खामयाजा स्थानीय लोगों को उठाना पड़ रहा है.
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कई ग्राम पंचायतों में लटके ताले : मालखरौदा जनपद पंचायत के कई पंचायत में ताला लटकते देखा जा सकता है. ग्राम पंचायत डोमा सहित कई ग्राम पंचायत जैसे ग्राम भठोरा,छापोरा,बड़े सीपत के पंचायत भवन में भी अक्सर ताला लटकते देखा जा सकता है. लेकिन मालखरौदा के जिम्मेदार अधिकारियों ने इन लापरवाह सचिव पर कार्यवाई नहीं करते. जिससे इनके हौंसले दिन ब दिन बुलंद होते जा रहे हैं. जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है.