ETV Bharat / state

जांजगीर-चाम्पा वाले सावधान! इस इंजेक्शन की कमी से जा सकती है जान

जिला अस्पताल सहित जिले के किसी भी मेडिकल स्टोर में एंटी रैबिज इंजेक्शन पिछले तीन, चार माह से नहीं है.

anti rabies injection no available in janjgir champa
author img

By

Published : Jul 3, 2019, 9:42 PM IST

Updated : Jul 3, 2019, 11:45 PM IST

जांजगीर-चाम्पा: जिले के लोगों के लिए बुरी खबर है. जांजगीर वाले सावधान. कुत्तों की नजर आप पर है, इनसे सावधान रहें, वरना पड़ जाएंगे किसी बड़ी मुश्किल में. हम इसलिए यह कह रहे हैं क्योंकि जिला अस्पताल सहित जिले के किसी भी मेडिकल स्टोर में एंटी रैबिज इंजेक्शन पिछले तीन, चार माह से नहीं है.

anti rabies injection no available in janjgir champa

जिन लोगों पर कुत्तों ने हमला बोला है और जो कुत्तों के आतंक से घायल हैं. वह एंटी रैबिज इंजेक्शन के लिए या तो मेडिकल स्टोर्स के चक्कर काट रहे हैं या ब्लैक में खरीदकर अपना उपचार करवा रहे हैं. जिन्हें एंटी रैबिज इंजेक्शन नहीं मिला, वह काल के गाल में समां चुके हैं.

read more: आओ स्कूल चलें: 'कलेक्टर पापा' की नेक सलाह, स्कूलं शरणं गच्छामि

मरीज भटक रहे
ग्रामीण इलाके के सरकारी अस्पतालों में दवा नहीं मिलने पर मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं. इधर अस्पताल में इंजेक्शन नहीं होने से घायल मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है. जिला अस्पताल में भी स्टॉक नहीं है, जिसके कारण यहां डाग बाइट के मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. कुत्ता काटने पर पीड़ितों को बाहर के जिलों से ब्लैक में खरीदकर रैबीज की डोज लगवानी पड़ रही है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. रैबीज का डोज नहीं लगने से संक्रमण का खतरा बना रहता है.

read more: बालोद : 'ऊंट के मुंह में जीरा' जैसा साबित हुआ प्लेसमेंट कैम्प

पूरे प्रदेश में एंटी रैबीज इंजेक्शन की कमी

मामले में जिला चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में एंटी रैबीज इंजेक्शन की कमी है. सीजीएमएससी से इंजेक्शन कि जो सप्लाई अस्पतालों में होती थी, वह नहीं पा रही है. घायल मरीजों को जीवनदीप समिति के माध्यम से खरीदकर लगाया जा रहा है. मेडिकल स्टोर्स को दवाइयां सप्लाई करने वाले संचालक का भी कहना है कि पिछले तीन चार, चार माह से इंजेक्शन की सप्लाई नहीं आ रही है. इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई है.

जांजगीर-चाम्पा: जिले के लोगों के लिए बुरी खबर है. जांजगीर वाले सावधान. कुत्तों की नजर आप पर है, इनसे सावधान रहें, वरना पड़ जाएंगे किसी बड़ी मुश्किल में. हम इसलिए यह कह रहे हैं क्योंकि जिला अस्पताल सहित जिले के किसी भी मेडिकल स्टोर में एंटी रैबिज इंजेक्शन पिछले तीन, चार माह से नहीं है.

anti rabies injection no available in janjgir champa

जिन लोगों पर कुत्तों ने हमला बोला है और जो कुत्तों के आतंक से घायल हैं. वह एंटी रैबिज इंजेक्शन के लिए या तो मेडिकल स्टोर्स के चक्कर काट रहे हैं या ब्लैक में खरीदकर अपना उपचार करवा रहे हैं. जिन्हें एंटी रैबिज इंजेक्शन नहीं मिला, वह काल के गाल में समां चुके हैं.

read more: आओ स्कूल चलें: 'कलेक्टर पापा' की नेक सलाह, स्कूलं शरणं गच्छामि

मरीज भटक रहे
ग्रामीण इलाके के सरकारी अस्पतालों में दवा नहीं मिलने पर मरीज जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं. इधर अस्पताल में इंजेक्शन नहीं होने से घायल मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है. जिला अस्पताल में भी स्टॉक नहीं है, जिसके कारण यहां डाग बाइट के मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. कुत्ता काटने पर पीड़ितों को बाहर के जिलों से ब्लैक में खरीदकर रैबीज की डोज लगवानी पड़ रही है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. रैबीज का डोज नहीं लगने से संक्रमण का खतरा बना रहता है.

read more: बालोद : 'ऊंट के मुंह में जीरा' जैसा साबित हुआ प्लेसमेंट कैम्प

पूरे प्रदेश में एंटी रैबीज इंजेक्शन की कमी

मामले में जिला चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में एंटी रैबीज इंजेक्शन की कमी है. सीजीएमएससी से इंजेक्शन कि जो सप्लाई अस्पतालों में होती थी, वह नहीं पा रही है. घायल मरीजों को जीवनदीप समिति के माध्यम से खरीदकर लगाया जा रहा है. मेडिकल स्टोर्स को दवाइयां सप्लाई करने वाले संचालक का भी कहना है कि पिछले तीन चार, चार माह से इंजेक्शन की सप्लाई नहीं आ रही है. इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई है.

Intro:जांजगीर चाम्पा: - कुत्तों के आतंक से जांजगीर चांपा जिलेवासी परेशान,जांजगीर चांपा के जिला अस्पताल सहित, जिले के मेडिकल स्टोर्स में एंटीरैबिज इंजेक्शन का टोटा, कुत्तों के आतंक से घायल मरीज और परिजन, बाहर से ब्लैक में एंटीरैबिज इंजेक्शन खरीदकर करवा रहे हैं उपचार !

Body:जिले के लोगों के लिए बुरी खबर है,जांजगीर वालों सावधान, कुत्तों की नजर आप पर है, इनसे सावधान रहें, वरना पड़ जाएंगे किसी बड़ी मुश्किल में, हम इसलिए यह कह रहे हैं, क्योंकि जांजगीर चांपा जिले के, जिला अस्पताल सहित, जिले के किसी भी मेडिकल स्टोर में,एंटीरैबिज इंजेक्शन पिछले तीन चार माह से उपलब्ध नहीं है, इसलिए जांजगीर चांपा जिले के लोगों को कुत्तों से सावधान रहने की जरूरत है, जिन लोगो पर कुत्तों ने हमला बोला है, और जो कुत्तों के आतंक से घायल हैं, वह एंटीरैबिज इंजेक्शन के लिए या तो मेडिकल स्टोर्स के चककर काट रहे हैं,या ब्लैक में खरीदकर अपना उपचार करवा रहे हैं, जिन्हे एंटीरैबिज इंजेक्शन नहीं मिला, वह काल के गाल में समां चुके हैं,इसलिए हम कह रहे हैं कि,जांजगीर वालों कुत्तों से ज़रा बचके !
ग्रामीण इलाकों के सरकारी अस्पतालों में दवा नहीं मिलने पर,मरीज जिला अस्पताल तक पहुंचरहे हैं, इधर अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन नहीं होने से घायल मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है,जिला अस्पताल के पास भी स्टॉक नहीं है, जिसके कारण यहां डाग बाइट के मरीजों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है, कुत्ता काटने से पीडि़तों को बाहर के जिलों से ब्लैक में खरीदकर रैबीज की डोज लगवानी पड़ रही है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी है, रैबीज की डोज नहीं लगने से संक्रमण का खतरा बना रहेगा, वहीं शहर में कुत्तों का आतंक दिनों दिन बढ़ रहा है,आवारा कुत्तों के काटने से जिले में अधिकत्तर लोग घायल हो रहे हैं,एंटी रैबीज इंजेक्शन की कमी को लेकर, जिला चिकित्सा अधिकारी का कहना है की, जांजगीर चांपा जिले ही नहीं, बल्कि पुरे प्रदेश में एंटी रैबीज इंजेक्शन की कमी है,सीजीएमएससी से एंटी रैबीज इंजेक्शन कि जो सप्लाई अस्पतालों में होती थी, वह अभी हो नहीं पा रही है, घायल मरीजों को जीवन दीप समिति के माध्यम से खरीदकर लगाया जा रहा है, वंही जिले के मेडिकल स्टोर्स को दवाईंयां सप्लाई करने वाले संचालक का भी कहना है कि,पिछले तीन चार माह से एंटी रैबीज इंजेक्शन कि सप्लाई नहीं आ रही है, और कमी है, इसकी जानकारी अधिकारियों को दे दिया है, गर्मी के वजह से, इस मौसम में कुत्तों का आतंक ज्यादा रहता है !
Conclusion:जांजगीर-चांपा के लोगों को आवारा कुत्तों से बचकर ही रहना होगा, क्योंकि अगर कुत्तों के शिकार हो गए तो इलाज के लिए भटकना पड़ जाएगा, क्योंकि जिले के सरकारी अस्पताल सहित जिले में एंटी रैबिज इंजेक्शन का टोटा है। जिससे मरीजों को अनावश्यक अर्थिक भार उठाना पड़ रहा है,छत्तीसगढ़ में बदहाली के कगार पर पहुंच चुके स्वास्थ्य महकमा, अगर समय रहते नही जागा तो, ऐसे में मरीजों के जान पर बन सकती है,अगर समय रहते स्वास्थ्य महकमा एंटी रैबिज इंजेक्शन की कमी दूर नहीं कर पाता है तो, वह दिन दूर नही, जब मरीज अस्पताल आने की बजाय नीमहकीम के पास ईलाज के लिए जाने को मजबूर होने लगेंगे।

बाइट :-मरीज

बाइट-02 नरेन्द्र पालीवाल (मेडिकल स्टोर्स को दवाईंयां सप्लाईकरने वाले डीलर)

बाइट - 03 वी के अग्रवाल (चिकित्सा अधिकारी जांजगीर चांपा)
Last Updated : Jul 3, 2019, 11:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.