जगदलपुर: महाशिवरात्रि के मौके पर बस्तर के शिव मंदिरों में भगवान शिव के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा है. देर रात से ही सभी शिवालयों में जगराता के साथ ही शिवरात्रि के मौके पर खास पूजा अर्चना की जा रही है, साथ ही सुबह 4 बजे से मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा अर्चना करने पहुंच रहे हैं.
वहीं बस्तर के रियासत कालीन महादेव घाट में शिव मंदिर में भी सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. शहर के मध्य स्थित इंद्रावती नदी तट से लगे महादेव घाट शिव मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहता है. पुजारी ने बताया कि 'यह मंदिर रियासत काल का मंदिर है, यहां बस्तर के महाराजा अपने रानी के साथ भगवान शिव के दर्शन के लिए पहुंचे थे'. आज भी हर साल महाशिवरात्रि के मौके पर बस्तर राज परिवार के सदस्य इसी शिव मंदिर में भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने और पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं.
जगह-जगह विशेष पूजा अर्चना और धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन
वही यहां भगवान शिव के पूजा अर्चना के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि यह शिव मंदिर प्राचीन काल का मंदिर है और यहां भगवान प्रकट हुए थे. इसलिए ऐसी मान्यता है कि यहां सच्ची श्रद्धा से भोले बाबा से जो भी कुछ मांगता है भगवान शिव उनकी मनोकामना जरूर पूरी करते हैं. यही वजह है कि हर साल लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है. शिवरात्रि के मौके पर यहां कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.