जगदलपुर : प्रदेश के स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव एक दिवसीय प्रवास पर जगदलपुर पहुंचे, जहां उन्होंने डिमरापाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का निरीक्षण किया. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों और डॉक्टरों के साथ बैठक ली.
करीब 30 मिनट तक चली इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही बस्तर में तेजी से पैर पसार रहे मलेरिया से निपटने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए.
'स्वास्थ विभाग गंभीर'
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि, 'जिस तरह से जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में सालभर में 822 बच्चों की मौत के आंकड़े सामने आए हैं वे बेहद ही चिंताजनक हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है'.
सिंहदेव ने कहा कि, 'बीते कुछ सालों की बात की जाए तो बस्तर में इस साल से पहले के आंकड़ों की तुलना मे बच्चों की मौत के मामलों में 5 प्रतिशत की कमी आई है, लेकिन अब इस प्रतिशत को शून्य करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा'.
अस्पताल में की जाएगी संसाधनों की व्यवस्था
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, 'डिमरापाल अस्पताल में मैन पॉवर बढ़ाने के साथ-साथ आने वाले समय मे संसाधनों की भी व्यवस्था की जाएगी'.
जापानी बुखार को जड़ से खत्म करने बनाया मास्टर प्लान
सिंहदेव ने बस्तर में बढ़ रहे मलेरिया के प्रकोप और जापानी बुखार से लगातार हो रही मासूमों की मौत के मामले में कहा कि, 'जल्द ही मलेरिया और जापानी बुखार की रोकथाम और उसे जड़ से खत्म करने के लिए बैठक में एक मास्टर प्लान बनाया गया है, जिसकी आगामी 15 जनवरी से शुरुआत की जाएगी और इस प्लान के बस्तर में सक्सेस होने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा'.