जगदलपुर: कोरोना महामारी की वास्तविक स्थिति जानने जिला प्रशासन ने 400 लोगों की टीम तैयार की है, जो शहर के सभी 48 वार्डों के एक-एक घर पहुंचकर लोगों से जानकारियां इकट्ठा कर रहे हैं. प्रशासन ने इन कर्मचारियों को एक-एक वार्ड में विभाजित कर दिया है. साथ ही पूरे शहर की जानकारी इक्कठा करने 5 दिनों का समय निर्धारित किया है, ताकि इन 5 दिनों में यह स्पष्ट हो सके कि शहर के हर एक व्यक्ति की स्थिति क्या है, इस अभियान की शुरुआत 6 अगस्त से कर दी गई है.
जगदलपुर महापौर सफिरा साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर में कोरोना की वास्तविक स्थिति जानने के लिए 400 लोगों की एक टीम बनाई गई है. 400 लोगों की इस दल में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, निगम कर्मचारी और पुलिस के जवानों को शामिल किया गया है, जिन्हें ट्रेनिंग देने के बाद तैयार कर फिर में भेजा जा रहा है.
कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर अधिकारियों को दी जा रही जानकारी
दरअसल, कोरोना को मात देना है तो यह जानना जरूरी है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में कौन आया है. कितने लोगों में कोरोना के लक्षण मौजूद हैं, उसको देखते हुए जिला प्रशासन ने स्पेशल टीम तैयार किया है. टीम शहर के हर वार्ड और वार्ड के हर घर तक पहुंचकर परिवार के प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी तो इकट्ठा कर ही रही है. साथ ही टीम में मौजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मी हर एक व्यक्ति का तापमान भी नाप रहे हैं. जिन में कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उनकी जानकारी तुरंत कोविड से जुड़े अधिकारियों को दे रहे हैं. इसके अलावा जांच करने के बाद इलाज के लिए कोविड 19 अस्पताल भेजा जा रहा है.
कोरोना को रोकने के लिए गांव-गांव किया जा रहा सर्वे
बता दें कि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन ने इस तरह की पहल की शुरुआत की है, ताकि समय रहते इस शहर में कोरोना से संक्रमित सभी व्यक्तियों की जानकारी मिल सके. साथ ही कोरोना संक्रमितों का इलाज भी कराया जा सके.
इस सर्वे से शहरवासी भी काफी खुश हैं, क्योंकि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए लगातार लॉकडाउन किया जा रहा है. ऐसे में लोगों को आर्थिक संकट से, तो जूझना पड़ ही रहा है. साथ ही कोरोना जैसे महामारी के फैलने के डर से लोगों का बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है. ऐसे ही स्थिति में जिला प्रशासन के इस सर्वे से मिलने वाली जानकारी कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कारगर साबित हो सकती है.