बस्तर: कोरोना संकटकाल में सरकार के गर्मी की छुट्टियों में भी स्कूली छात्र-छात्राओं को मिड डे मील सूखे राशन के तौर पर देने का फैसला लिया है. इसके तहत 45 दिनों के लिए स्कूली बच्चों को सूखी राशन सामग्री प्रदान की जा रही है. इसके पहले भी स्कूलों में मध्याह्न भोजन इसी तरह बांटा जा चुका है.
बड़ेराजपुर विकासंड के नए ग्राम पंचायत केरागांव की प्राथमिक पाठशाला केराडीही में 55 छात्र-छात्राओं को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सरपंच कमलेश नेताम ने 45 दिनों के लिए सूखा राशन सामग्री वितरण किया है. जिसमें चावल, दाल, आचार, सोयाबड़ीप्रदे, तेल, नमक, शामिल है. इस मौके पर ग्रामवासियों समेत स्व-सहायता समूह के सदस्य भी उपस्थित थे.
45 दिनों का सूखा राशन वितरण
सरकार के इस प्रयास से सभी प्राथमिक स्कूलों में 45 दिनों का सूखा राशन सामग्री वितरण किया जा रहा है. मिड डे मील बच्चों को मिलता रहे इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार कोशिश कर रही है. कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से स्कूल-कॉलेज बंद हैं. बच्चों में संक्रमण न फैले इसके लिए एहतियात बरती जा रही है. राज्य सरकारों को शैक्षणिक संस्थान खोलने का फैसला लेना है. हालांकि प्रदेश में अभी स्कूल-कॉलेज खोने जाने की तारीख नहीं तय हुई है. हालांकि इसी बीच प्रदेश सरकार बच्चों को मिड डे मील सूखा राशन के तौर पर बांट रही है.