जगदलपुर: कोरोना काल में बस्तर संभाग के कई जिलों में पदस्थ अतिथि शिक्षकों को बीते 5 महीनों से वेतन नहीं मिला है. जिसकी वजह से नाराज अतिथि शिक्षकों ने बस्तर अधिकार मोर्चा के नेतृत्व में बस्तर कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है. कमिश्नर ने अतिथि शिक्षकों को उनकी समस्या का जल्द ही निराकरण करने का आश्वासन दिया है.
अपनी मांगों को लेकर कमिश्नर को ज्ञापन सौंपने पहुंचे शिक्षकों ने कहा कि 'बस्तर संभाग के विभिन्न जिलों में पदस्थ 2 हजार से भी ज्यादा अतिथि शिक्षकों को बीते 5 महीने से वेतन नहीं मिला है, जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार मांग करने के बावजूद भी उनका मानदेय नहीं दिया जा रहा है. जिससे परेशान शिक्षकों ने बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में बस्तर कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है और जल्द ही उन्हें मानदेय दिलाने की मांग की है.
बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के संयोजक नवनीत चांद ने कहा कि 'कोरोना संकट काल में अतिथि शिक्षकों को पिछले 5 महीने से वेतन नहीं मिल पाने से उन्हें आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. यही नहीं सरकार ने उन्हें नौकरी से भी अब वंचित कर दिया है. जिससे उनकी रोजी-रोटी पर आन पड़ी है, ऐसे में नवनीत चांद ने बस्तर कमिश्नर से मांग की है कि जल्द ही इन शिक्षकों को उनका वेतन दिया जाए और इनकी फिर से नियुक्ति की जाए.
पढ़ें-जगदलपुर: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी हरित क्रांति योजना, जिम्मेदारों ने कहा- 'गलती में करेंगे सुधार'
उग्र आंदोलन की चेतावनी
नवनीत चांद ने कहा कि कमिश्नर की ओर से दिए गए तय समय पर मामले में कार्रवाई नहीं होती है तो बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में पूरे संभाग में अतिथि शिक्षकों के हक में आंदोलन किया जाएगा.