जगदलपुर : प्रकृति के गोद में बैठा बस्तर इन दिनों पानी-पानी है. कुछ दिन पहले तक सूखी इंद्रावती नदी में प्रकृति ने ही पानी भर दिया है. 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण चित्रकोट, तीरथगढ़ जल प्रपात लबालब भरे हैं और इंद्रावती नदी उफान पर है. जल प्रपात में फिर पानी भरने से रौनक लौट आई है.
छत्तीसगढ़ के टूरिज्म के लिए जाना-जाने वाले बस्तर में इंद्रावती सूखने की कगार पर थी, जिसे बचाने के लिए बस्तरवासी कई किलोमीटर की पद यात्रा कर प्रशासन से लड़ाई लड़ थे. लगातार हो रही बारिश की वजह से इंद्रावती फिर जी उठी है.
इस बारिश से बस्तरवासी, किसान के चेहरे से खोई हुई खुशी वापस आ गई, अब उन्हें इंद्रावती की चिंता नहीं सता रही है, क्योंकि खुद प्रकृति ने ही नदी का श्रृंगार कर दिया है.
बारिश के थमने तक पर्यटक बस्तर की तीनों प्रमुख नदियों के दीदार नहीं कर पाएंगे, लेकिन बारिश के थमते ही वे बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठा पाएंगे. प्रशासन की तरफ से किसी तरह की व्यव्स्था नहीं होने से राहगीरों को जान जोखिम में डालकर सड़क पार करना पड़ रहा है.