बस्तर: कोरोना जांच को लेकर प्राइवेट अस्पतालों की लापरवाही सामने आ रही है. जगदलपुर के किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल में कोरोना जांच की सुविधा नहीं होने से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिले में कोरोना जांच केवल सरकारी अस्पतालों और शहर के मुख्य 3 चौराहों में स्वास्थ्य विभाग की टीम
(health department team) के माध्यम से किया जा रहा है, साथ ही स्वास्थ्य विभाग की एक टीम 24 घंटे के लिए शहर के चांदनी चौक में तैनात की गई है. एक टीम शहरी इलाकों में कोरोना संक्रमितों के परिजनों के घर पहुंचकर जांच करती है. जिले में कोविड जांच की सुविधा काफी कम होने के बावजूद भी अब तक प्राइवेट अस्पतालों ने कोरोना जांच की सुविधा मुहैया नहीं कराई है. जिससे यहां भर्ती होने वाले मरीजों को पहले बाहर कोरोना जांच करवाना पड़ता है. उसके बाद वापस इलाज के लिए हॉस्पिटल आना पड़ता है. जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है.
जशपुर जिला अस्पताल में ट्रू-नॉट टेस्ट के जरिए की जा रही 24 घंटे कोरोना जांच
प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना जांच की सुविधा नहीं
शहर के प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीज का इलाज जरूर चल रहा है, लेकिन यहां मरीजों का कोरोना जांच नहीं किया जाता. कई बार काफी गंभीर अवस्था में मरीज पहुंचते हैं, लेकिन हॉस्पिटल में जांच की कोई सुविधा नहीं उपलब्ध रहती, जिससे पहले मरीज को बाहर सरकारी अस्पताल में कोरोना जांच कराना पड़ता है या फिर शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर बैठे स्वास्थ्य विभाग की टीम के पास जांच कराकर वापस प्राइवेट अस्पताल में आकर भर्ती होना पड़ता है. इस दौरान उनका काफी समय बर्बाद होता है, साथ ही इस बीच कई मरीजों की तबीयत भी बिगड़ने लगती है. दरअसल शासन की ओर से इन प्राइवेट हॉस्पिटलों को कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं. बावजूद इसके शहर के प्राइवेट हॉस्पिटलों में इसका पालन नहीं किया जा रहा है.
बलौदाबाजार में शनिवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा 101 कोरोना मरीज मिले