जगदलपुर : बस्तर को राष्ट्रीय राजमार्ग 30 से जोड़ने के लिए इंद्रावती नदी पर बनाए गए नये पुल के फुटपाथ वाले हिस्से की रेलिंग टूट जाने के बाद भी अब तक पुल के पुनर्निर्माण का काम शुरू नहीं हो सका है. ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. रेलिंग को टूटे 2 सप्ताह से ज्यादा का समय बीच चुका है, लेकिन अबतक मरम्मत नहीं हुई है.
80 के दशक में बस्तर को देश की राजधानी से जोड़ने के लिए शहर के ठीक बाहर इंद्रावती नदी पर नए पुल का निर्माण किया गया था. 18 नवंबर की रात अचानक इस पुल की रेलिंग का हिस्सा ढह गया. इससे पुल की तकनीकी खामियों को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए. इससे आवागमन प्रभावित भी हो रहा है. साथ ही यह खतरा भी बढ़ गया है कि कहीं पुल का कोई और हिस्सा अचानक ढह न जाए. एनएचएआई की दो विशेषज्ञ टीमों ने पुल का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार कर ली है और इस रिपोर्ट के बाद ही ब्रिज विशेषज्ञ यह तय करेंगे कि किस तरह से पुल को सुरक्षित बनाया रखा जा सकता है.
पढ़ें : कोरबा: कोयलाकर्मियों ने हड़ताल से बनाई दूरी, SECL को महज 7 फीसदी का हुआ नुकसान
पुल का जायजा लिया
धमतरी से पहुंचे प्रोजेक्ट डायरेक्टर एस चौधरी ने पुल का जायजा लिया और जल्द ही पुल को काम पूरा करने की बात कही है. फिलहाल पुल के ऊपर बेरिकेड्स और बैनर के जरिए डेंजर जोन घोषित किया गया है. इसके बावजूद आवागमन जारी है. फिलहाल विशेषज्ञ टीम का कहना है कि फुटपाथ का जो हिस्सा टूटा था वह पुल में बेवजह बाद में किए गए निर्माण की वजह से हुआ है. फिलहाल पुल पूरी तरह से सुरक्षित है और आवागमन के योग्य भी है.