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जगदलपुर: 'मिनी नियाग्रा' में फिर से लौटी रौनक, सुरक्षा का अभाव बरकरार - lack of security near chirtkot waterfall

बस्तर में 'मिनी नियाग्रा' कहे जाने वाले चित्रकोट जलप्रपात का नजारा इन दिनों देखते ही बन रहा है. बस्तर के पर्यटन स्थल हमेशा से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है. हर साल देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं, लेकिन प्रशासन ने जलप्रपात के आस-पास किसी भी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं की है, जिससे दुर्घटना की आशंका है.

चित्रकोट जलप्रपात
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Published : Jul 11, 2019, 7:18 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: बस्तर में इन दिनों हो रहे झमाझम बारिश के चलते जहां एक ओर आम जनजीवन प्रभावित है. वहीं दूसरी ओर एशिया में मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर बस्तर का चित्रकोट जलप्रपात का नजारा इन दिनों देखते ही बन रहा है. लगभग 90 फीट की उंचाई से गिरता यह जलप्रपात लोगों के लिए आर्कषण का केंद्र बना हुआ है. बारिश की वजह से जलप्रपात अपने पूरे उफान पर है.

'मिनी नियाग्रा' में फिर से लौटी रौनक, सुरक्षा का अभाव बरकरार

देश-विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं
बस्तर के पर्यटन स्थल हमेशा से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहता है. हर साल देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं. बारिश के दिनों में चित्रकोट जलप्रपात हमेशा से ही पर्यटकों की पहली पसंद बना रहता है. मानसून में चित्रकोट जलप्रपात में लबालब पानी भरे होने से अगस्त तक चित्रकोट का यह नजारा एसे ही बने रहता है.

पढ़ें- SPECIAL: बस्तर का फ्रेंडशिप डे, जिसमें फ्रेंड बनाकर अनफ्रेंड नहीं कर सकते

सुरक्षा का आभाव
दूसरी ओर प्रशासन ने इस जलप्रपात के ईद-गिर्द किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से हर वक्त यहां दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. बीते साल इस जलप्रपात में सुरक्षा के अभाव से एक दंपति प्रपात के नीचे गिर गया था. हालांकि नाविकों ने उसकी जान तो बचा ली थी, लेकिन ऐसे कई हादसे हैं, जिसमें सैलानी तेज बहाव की वजह से अपनी जान गंवा बैठते हैं.

पढ़ें- गोंचा पर्व में तुपकी का है विशेष महत्व, भगवान को दी जाती है सलामी

पर्यटन से होती है लाखों की कमाई
पर्यटकों से हर साल लाखों की कमाई होने के बावजूद अब तक प्रशासन ने इन स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं न तो इन जलप्रपातों के आस-पास कोई सुरक्षा गार्ड तैनात किया है और न ही चेतावनी बोर्ड लगाये गए हैं.

बारिश से फिर लौटी रौनक
एक तरफ जहां इस साल चित्रकोट जलप्रपात सूखने की कगार पर पहुंच गया था, लेकिन बारिश होने से इस जल प्रपात में फिर से रौनक लौट आयी है.

जगदलपुर: बस्तर में इन दिनों हो रहे झमाझम बारिश के चलते जहां एक ओर आम जनजीवन प्रभावित है. वहीं दूसरी ओर एशिया में मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर बस्तर का चित्रकोट जलप्रपात का नजारा इन दिनों देखते ही बन रहा है. लगभग 90 फीट की उंचाई से गिरता यह जलप्रपात लोगों के लिए आर्कषण का केंद्र बना हुआ है. बारिश की वजह से जलप्रपात अपने पूरे उफान पर है.

'मिनी नियाग्रा' में फिर से लौटी रौनक, सुरक्षा का अभाव बरकरार

देश-विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं
बस्तर के पर्यटन स्थल हमेशा से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहता है. हर साल देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं. बारिश के दिनों में चित्रकोट जलप्रपात हमेशा से ही पर्यटकों की पहली पसंद बना रहता है. मानसून में चित्रकोट जलप्रपात में लबालब पानी भरे होने से अगस्त तक चित्रकोट का यह नजारा एसे ही बने रहता है.

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सुरक्षा का आभाव
दूसरी ओर प्रशासन ने इस जलप्रपात के ईद-गिर्द किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से हर वक्त यहां दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. बीते साल इस जलप्रपात में सुरक्षा के अभाव से एक दंपति प्रपात के नीचे गिर गया था. हालांकि नाविकों ने उसकी जान तो बचा ली थी, लेकिन ऐसे कई हादसे हैं, जिसमें सैलानी तेज बहाव की वजह से अपनी जान गंवा बैठते हैं.

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पर्यटन से होती है लाखों की कमाई
पर्यटकों से हर साल लाखों की कमाई होने के बावजूद अब तक प्रशासन ने इन स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं न तो इन जलप्रपातों के आस-पास कोई सुरक्षा गार्ड तैनात किया है और न ही चेतावनी बोर्ड लगाये गए हैं.

बारिश से फिर लौटी रौनक
एक तरफ जहां इस साल चित्रकोट जलप्रपात सूखने की कगार पर पहुंच गया था, लेकिन बारिश होने से इस जल प्रपात में फिर से रौनक लौट आयी है.

Intro:जगदलपुर। बस्तर मे इन दिनो हो रहे झमाझम बाऱिश के चलते जंहा एक ओर आम जनजीवन अस्तव्यस्त है,वही दूसरी ओर एशिया में मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर बस्तर का चित्रकोट जलप्रपात का नजारा  इन दिनों देखते ही बन रहा है। लगभग 90 फिट  के उंचाई से गिरता यह जलप्रपात लोगो के लिए आर्कषण का केन्द्र बना हुआ है, बारिश की वजह से जलप्रपात पुरे उफान पर है। प्रकृति के  सौंदर्य से परिपूर्ण इस जलप्रपात को देखने सैकड़ो की संख्या में पर्यटक यहाँ पहुच रहे है। मानसून के मौसम में चित्रकोट जलप्रपात में लबालब पानी भरे होने की वजह से अगले अगस्त माह तक चित्रकोट का यह नजारा एसे ही बने रहता है। यही वजह है की इस मनोरम दृश्य को देखने बड़ी संख्या में  लोग दूर दराज से यहाँ पंहुच रहे है। बावजुद इसके इस जलप्रपात के आसपास प्रशासन ने सुरक्षा के कोई इंतजामात नही किये है।

ओपनिंग पीटीसी - अशोक नायडू





Body:बस्तर के पर्यटन स्थल हमेशा से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहे है। हर साल देश विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं। बारिश के दिनो मे  चित्रकोट जलप्रपात हमेशा से ही पर्यटकों की पहली पंसद रहती हैं। लगभग 90 फीट ऊंचाई से गिरता पानी जहाँ एक ओर मनोरम दृश्य पैदा करता है।वहीं दूसरी ओर प्रशासन द्वारा इस जलप्रपात के ईर्द गिर्द किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं किये जाने से हर वक्त यहाँ दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बीते वर्ष भी इस जलप्रपात मे सुरक्षा के अभाव से एक दंपत्ति प्रपात के नीचे जा गिरा था, हांलाकि नाव चालको ने उनकी जान तो बचा ली लेकिन  ऐसे कई हादसे है जिसमे सैलानियो ने तेज बहाव की वजह से अपनी जान गंवा दी थी । 



Conclusion:बस्तर के पर्यटन स्थल अपने मनोरम सौंदर्य के चलते विश्व प्रसिध्द हैं। पर्यटक बस्तर के विंहगम दृश्यों के चलते खुद ही बस्तर की ओर खींचे चले आते है। यही वजह है कि हर वर्ष हजारों की संख्या में पर्यटक इन जलप्रपातों को देखने बस्तर पहुंचते हैं। पर्यटकों से हर वर्ष लाखों की कमाई होने के बावजूद अब तक प्रशासन ने इन स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किये है.न ही तो इन जलप्रपातों के ईर्द गिर्द प्रशासन ने कोई सुरक्षा गार्ड तैनात किया है और न ही चेतावनी बोर्ड लगाये गये है और न ही इन प्रपातों में तैराकों का ऐसा कोई दल तैनात है जो आपात स्थिति में बचाव कार्य कर सके। एक तरफ जहां इस साल चित्रकोट जलप्रपात सूखने के कगार पर पहुच गया था लेकिन बारिश की वजह से इस जलप्रपात में फिर से रौनक लौट आयी है। लेकिन उफनते जलप्रपात के आसपास सुरक्षा का अभाव है। वही बस्तर के पर्यटन स्थलों से हर वर्ष पर्यटन विभाग को लाखों की कमाई होती है।लेकिन अब तक पर्यटन विभाग ने बस्तर में पर्यटकों की सहुलियत या पर्यटन स्थलों के विकास के लिये कोई ठोस पहल नही की है। जिससे बस्तर में  इन पर्यटन स्थलों का व्यवस्थित विकास अब तक नहीं हो पाया है।  

बाईट1- मनोज पनोड़ा, पर्यटक
बाईट2- कृति कर्मकार, पर्यटक
बाईट3- गणेश जैन, पर्यटक

क्लोजिंग पीटीसी----अशोक नायडू
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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