बस्तर: राशन की कालाबाजारी रोकने और सरकारी चावल हितग्राहियों तक सीधे पहुंचाने के लिए वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत राशन कार्ड धारियों को केवाईसी करवाना अनिवार्य कर दिया गया है. बस्तर में हितग्राहियों को केवाईसी करवाने के लिए पूरे जिले में अभियान चलाया जा रहा है. अब तक जिले में 65 प्रतिशत से ज्यादा राशन कार्ड धारकों ने अपना केवाईसी करवा लिया है.
इन जगहों पर हो रहा ई केवाईसी: बस्तर जिले में 2 लाख 5 हजार 380 राशन कार्ड धारी है. इसके तहत 7 लाख 97 हजार 140 सदस्यों को पीडीएस का फायदा मिलता है. हितग्राहियों को पीडीएस का लाभ लेने के लिए 30 सितंबर तक केवाईसी पूरी करनी होगी. ई केवाईसी का काम पहले चॉइस सेंटर में ही हुआ करता था लेकिन ग्रामीणों की सुविधा को देखते हुए राशन दुकानों में मिलने वाले ई पॉस मशीन में भी इस सुविधा को बनाया गया है. ताकि ग्रामीण आसानी से अपना ई केवाईसी कर सकें.
कलेक्टर ने केवाईसी अपडेट कराने की अपील की: बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम ने बताया कि केवाईसी होने पर राशन हितग्राहियों को होने वाली चावल की कमी व सरकारी राशन चावल की हेरा फेरी तो रुकेगी ही साथ ही बस्तर जिले के विभिन्न राशन दुकानों में हितग्राहियों को पीडीएस सिस्टम का फायदा भी मिल रहा या नहीं, ये भी ट्रेस किया जा सकेगा. कलेक्टर ने आम लोगों से जल्द से जल्द केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने की अपील भी की है.
राशन के लिए केवाईसी अनिवार्य: पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के जरिए सरकार हितग्राहियों तक चावल, शक्कर, चना सहित जरूरी खाद्य पदार्थ पंहुचाती है. कई बार ऐसा देखा गया है कि कुछ हितग्राही 2 या उससे अधिक जगहों से राशन का लाभ ले लेते हैं. साथ ही राशन वितरकों की मनमानी के मामले भी सामने आते है. ऐसे में केवाईसी करवाने वाले हितग्राहियों को ही अब पीडीएस सिस्टम के तहत राशन कार्ड का फायदा मिलेगा.