दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा के बुरगुम में वोटिंग के लिए लोग उमड़ पड़े. सुबह जैसे ही वोटिंग शुरू हुई. लोग मतदान केंद्र की ओर आने लगे और उन्होंने वोटिंग की. बुरगुम दंतेवाड़ा से 70 किलोमीटर दूर है. यह नक्सल प्रभावित क्षेत्र में गिना जाता है.
ईटीवी भारत ने बुरगुम क्षेत्र का लिया जायजा: दंतेवाड़ा पंचायत चुनाव में ईटीवी भारत की टीम ने बुरगुम क्षेत्र का जायजा लिया. यहां 35 साल में पहली बार मतदान कराया गया. बुरगुम में वोटिंग को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह देखने को मिला. ग्रामीणों ने बताया कि नक्सली दबाव के कारण वह कैमरे के सामने नहीं बोल पाएंगे. ग्रामीणों ने दबी जवान में बताया कि इस ग्राम में विकास दूर दूर तक नहीं दिखाई पड़ता .यहां के लोगों को अपनी मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति के लिए 35 से 40 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ता है.
पालनार से लाना पड़ता है राशन: बुरगुम के वोटरों को पालनार से राशन का सामान लाना पड़ता है. निवर्तमान कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने इस क्षेत्र का दौरा किया था. उन्होंने भरोसा जताया है कि जल्द से जल्द इस क्षेत्र में विकास कार्यों को बढ़ाया जाएगा. जल्द से जल्द बरगुम ग्राम में भी स्वास्थ्य केंद्र शिक्षा आंगनवाड़ी राशन केंद्र जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. जिससे यहां के ग्रामीणों को किसी तरह की समस्या न हो सके.
6 बजे से शुरू हुई थी वोटिंग: दंतेवाड़ा के बुरगुम मे सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक वोटिंग हुई. दंतेवाड़ा में पंचायत चुनाव का मतदान शांतिपूर्वक कराया गया. लोकतंत्र के पर्व मे ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया