जगदलपुर: बस्तर लोकसभा सीट पर भाजपा ने लंबे इंतजार के बाद बैदुराम कश्यप को अपना प्रत्याशी उतारा है. कश्यप वर्तमान में भाजपा के जिला अध्यक्ष हैं और दो बार चित्रकोट विधानसभा से विधायक रह चुके हैं. बस्तर सीट पर पहले चरण में यानी कि 11 अप्रैल को मतदान होना है.
कश्यप तोकापाल ब्लॉक के मोरठपाल गांव के रहने वाले हैं. उनकी उम्र 45 वर्ष है. उनके पिता भी किसान हैं. पहले वे राजमिस्त्री थे. राजमिस्त्री के बाद बैदुराम का मुख्य व्यवसाय खेती किसानी में बदल गया. उन्होंने तोकापाल हाईस्कूल से 12वीं कला वर्गमें पास किया.
ऐसा रहा है राजनीतिक करियर
- बैदुराम कश्यप ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत साल 1993 से की.
- वे सबसे पहले तोकापाल के भाजयुमो अध्यक्ष बनाये गये, जिसके बाद साल 1994 में पचांयत चुनाव में वे तोकापाल क्षेत्र से जनपद सदस्य चुने गये.
- साल 1999 में बैदुराम जिला पंचायत सदस्य बने.
- साल 2003 विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने बैदुराम को केशलूर विधानसभा से विधायक का टिकट दिया और वे कांग्रेस के प्रत्याशी मनुराम कच्छ को भारी मतों से हराकर चुनाव जीते.
- साल 2008 में भी उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा शाह को भारी मतों से हराकर जीत हासिल की और राज्य में भाजपा सरकार में वे बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बने.
- तीसरी बार साल 2013 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने उन्हें टिकट दिया, लेकिन कांग्रेस के युवा प्रत्याशी दीपक बैज के सामने उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
- बीजेपी ने बाद में उन्हें बस्तर के भाजपा जिलाअध्यक्ष की कमान सौंपी और सहकारिता प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष बनाए गए.
गरीब आदिवासी बच्चों को दी आश्रम की सौगात
मिलनसार होने की वजह से कश्यप दो बार चित्रकोट विधानसभा से चुनाव जीतकर आये. अपने विधायकी कार्यकाल में क्षेत्र में कई विकास कार्य किए, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछाते हुए शिक्षा को महत्व देते हुए उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में हाइस्कूल और गरीब आदिवासी बच्चों को आश्रम की सौगात दी.