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नक्सलियों के लिए कोरोना बना 'काल', IG ने किए कई बड़े खुलासे, सरेंडर की अपील

कोरोना नक्सलियों के लिए भी काल साबित हो रहा है.नक्सली कोरोना को लेकर सावधानी बरतने के बजाय इसे सिर्फ एक बीमारी समझ रहे थे. लेकिन अब तक 12 से 15 बड़े नक्सली लीडरों (Many Naxalite leaders died due to Corona) की मौत कोरोना से हो चुकी है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने और भी कई बड़े खुलासे किए हैं. उनका कहना है कि नक्सलियों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है. बस्तर पुलिस ने नक्सलियों से सरेंडर करने की अपील की है, ताकि वे अपना बेहतर इलाज करा सकें.

Naxalite leaders died due to Corona
कोरोना की चपेट में नक्सली
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Published : Jun 26, 2021, 4:39 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: पिछले चार दशकों से बस्तर में अपनी पैठ जमाए बैठे नक्सलियों (Naxals) पर कोरोना कहर बनकर टूटा है. नक्सली दलम के स्थानीय लीडरों से लेकर बड़े बड़े नक्सली नेता भी कोरोना (Corona) की चपेट में आ रहे हैं. नक्सली संगठन के सेंट्रल कमेटी के कई सदस्य कोरोना की वजह से दम तोड़ चुके हैं. बस्तर पुलिस का दावा है कि तेलंगाना और ओडिशा के साथ-साथ दक्षिण बस्तर और उत्तर बस्तर के कई नक्सली कोरोना संक्रमित है. इलाज के अभाव में नक्सलियों के हालत खराब होते जा रहे हैं. बस्तर पुलिस (Bastar Police) के अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से नक्सलियों ने कोरोना को महज एक अफवाह समझा था, उसी ने उनकी की कमर तोड़ कर रख दी है.

नक्सलियों के लिए कोरोना बना काल

बस्तर में नक्सली संगठन कोरोना महामारी को लेकर सावधानी बरतने के बजाय महज इसे सिर्फ एक बीमारी समझ रहे थे. लेकिन कोरोना नक्सलियों के लिए काल बनकर आया. महामारी के चपेट में आने से जहां 12 से 15 बड़े नक्सली लीडरों (Naxal leaders) की मौत हो गई है. वहीं 40 से ज्यादा बड़े नक्सली कमांडर कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. इसके अलावा कई नक्सलियों ने कोरोना के डर से बस्तर पुलिस के सामने हथियार डाल दिए. कुछ नक्सली कोरोना संक्रमित होने के बाद बड़े शहरों में अपना इलाज करवाने के फिराक में थे, लेकिन सीधे पुलिस के हाथों पकड़े गए.

हिड़मा समेत कई नक्सलियों के कोरोना की चपेट में होने की जानकारी: IG बस्तर

डेढ़ महीने में 57 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. (Sundarraj P) ने बताया कि विगत डेढ़ महीनों में बस्तर पुलिस के समक्ष 57 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इसमें 12 से 15 नक्सली कोरोना संक्रमित पाए गए. जिनका इलाज पुलिस की ओर से किया गया. आईजी का कहना है कि कोरोना के डर से नक्सलियों ने इतनी बड़ी संख्या में सरेंडर किया है. उन्होंने बताया कि कोरोना के चपेट में आने से सेंट्रल कमेटी के बड़े नक्सली लीडर अपनी जान गवां बैठे हैं. जिसमें मुख्य रुप से सेंट्रल कमेटी के सदस्य सोबराय, गंगा, हरीभूषण राव, सरक्का इन चार बड़े नक्सली लीडरों की कोरोना से मौत हो चुकी है.

नक्सलियों ने स्वीकारी कोरोना से मौत की बात

आईजी का कहना है कि खुद नक्सलियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने सिर्फ इन चार बड़े लीडरों के नाम उजागर किए हैं. उन्होंने दावा किया है कि बस्तर के स्थानीय नक्सलियों के साथ-साथ तेलंगाना और ओडिशा के भी कई नक्सली की मौत कोरोना से हुई है. जिनके नाम नक्सलियों ने नहीं बताये हैं.

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नक्सली कमांडर हिड़मा के भी कोरोना संक्रमित होने की खबर

आईजी का कहना है कि वर्तमान में सीनियर नक्सली लीडर जिसमें प्लाटून नंबर 1 के हार्डकोर नक्सली हिड़मा, जयमन, नंदू, सोनू और विनोद जैसे अन्य नक्सलियों के भी कोरोना संक्रमित होने की जानकारी बस्तर पुलिस को मिली है. इसकी तस्दीक भी की जा रही है. 30 से 40 नक्सली कोरोना संक्रमित हैं. जिन्हें इलाज के लिए भटकना भी पड़ रहा है. नक्सली संगठन में कोरोना की स्थिति को देखते हुए सीमावर्ती इलाकों में नाकेबंदी की गई है. तेलंगाना, ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस सभी अपने-अपने सीमावर्ती इलाकों में पूरी तरह से सुरक्षा के एहतियात बरत रही है. संदिग्धों पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं.

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस की कड़ी नजर

नक्सली लीडर सोबरॉय और गंगा भी कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के लिए हैदराबाद जा रहे थे. इस दौरान तेलंगाना पुलिस ने दोनों नक्सली को धर दबोचा था. दोनों का इलाज भी किया गया, लेकिन दोनों नक्सली की मौत हो गई. आईजी ने कहा कि बस्तर पुलिस ने नक्सलियों की मेडिकल सप्लाई पर भी अंकुश लगाया है. पुलिस के जवान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं, जिससे उनको किसी तरह की कोई मदद ना मिल सके.

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आईजी ने नक्सलियों से की सरेंडर करने की अपील

बस्तर पुलिस नक्सलियों से अपील भी कर रही है कि वे पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करें. कोरोना संक्रमित नक्सलियों का पुलिस बेहतर इलाज कराएगी. आईजी ने कहा कि ग्रामीणों से भी लगातार अपील की जा रही है कि वे नक्सलियों के किसी भी बैठक, रैली और जुलूस में शामिल ना हों. जिससे ग्रामीणों में संक्रमण ना फैले. आईजी का कहना है कि आने वाले दिनों में भी कोरोना की तीसरी लहर में नक्सलियों को काफी नुकसान हो सकता है.

जगदलपुर: पिछले चार दशकों से बस्तर में अपनी पैठ जमाए बैठे नक्सलियों (Naxals) पर कोरोना कहर बनकर टूटा है. नक्सली दलम के स्थानीय लीडरों से लेकर बड़े बड़े नक्सली नेता भी कोरोना (Corona) की चपेट में आ रहे हैं. नक्सली संगठन के सेंट्रल कमेटी के कई सदस्य कोरोना की वजह से दम तोड़ चुके हैं. बस्तर पुलिस का दावा है कि तेलंगाना और ओडिशा के साथ-साथ दक्षिण बस्तर और उत्तर बस्तर के कई नक्सली कोरोना संक्रमित है. इलाज के अभाव में नक्सलियों के हालत खराब होते जा रहे हैं. बस्तर पुलिस (Bastar Police) के अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से नक्सलियों ने कोरोना को महज एक अफवाह समझा था, उसी ने उनकी की कमर तोड़ कर रख दी है.

नक्सलियों के लिए कोरोना बना काल

बस्तर में नक्सली संगठन कोरोना महामारी को लेकर सावधानी बरतने के बजाय महज इसे सिर्फ एक बीमारी समझ रहे थे. लेकिन कोरोना नक्सलियों के लिए काल बनकर आया. महामारी के चपेट में आने से जहां 12 से 15 बड़े नक्सली लीडरों (Naxal leaders) की मौत हो गई है. वहीं 40 से ज्यादा बड़े नक्सली कमांडर कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. इसके अलावा कई नक्सलियों ने कोरोना के डर से बस्तर पुलिस के सामने हथियार डाल दिए. कुछ नक्सली कोरोना संक्रमित होने के बाद बड़े शहरों में अपना इलाज करवाने के फिराक में थे, लेकिन सीधे पुलिस के हाथों पकड़े गए.

हिड़मा समेत कई नक्सलियों के कोरोना की चपेट में होने की जानकारी: IG बस्तर

डेढ़ महीने में 57 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. (Sundarraj P) ने बताया कि विगत डेढ़ महीनों में बस्तर पुलिस के समक्ष 57 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इसमें 12 से 15 नक्सली कोरोना संक्रमित पाए गए. जिनका इलाज पुलिस की ओर से किया गया. आईजी का कहना है कि कोरोना के डर से नक्सलियों ने इतनी बड़ी संख्या में सरेंडर किया है. उन्होंने बताया कि कोरोना के चपेट में आने से सेंट्रल कमेटी के बड़े नक्सली लीडर अपनी जान गवां बैठे हैं. जिसमें मुख्य रुप से सेंट्रल कमेटी के सदस्य सोबराय, गंगा, हरीभूषण राव, सरक्का इन चार बड़े नक्सली लीडरों की कोरोना से मौत हो चुकी है.

नक्सलियों ने स्वीकारी कोरोना से मौत की बात

आईजी का कहना है कि खुद नक्सलियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने सिर्फ इन चार बड़े लीडरों के नाम उजागर किए हैं. उन्होंने दावा किया है कि बस्तर के स्थानीय नक्सलियों के साथ-साथ तेलंगाना और ओडिशा के भी कई नक्सली की मौत कोरोना से हुई है. जिनके नाम नक्सलियों ने नहीं बताये हैं.

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नक्सली कमांडर हिड़मा के भी कोरोना संक्रमित होने की खबर

आईजी का कहना है कि वर्तमान में सीनियर नक्सली लीडर जिसमें प्लाटून नंबर 1 के हार्डकोर नक्सली हिड़मा, जयमन, नंदू, सोनू और विनोद जैसे अन्य नक्सलियों के भी कोरोना संक्रमित होने की जानकारी बस्तर पुलिस को मिली है. इसकी तस्दीक भी की जा रही है. 30 से 40 नक्सली कोरोना संक्रमित हैं. जिन्हें इलाज के लिए भटकना भी पड़ रहा है. नक्सली संगठन में कोरोना की स्थिति को देखते हुए सीमावर्ती इलाकों में नाकेबंदी की गई है. तेलंगाना, ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस सभी अपने-अपने सीमावर्ती इलाकों में पूरी तरह से सुरक्षा के एहतियात बरत रही है. संदिग्धों पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं.

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस की कड़ी नजर

नक्सली लीडर सोबरॉय और गंगा भी कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के लिए हैदराबाद जा रहे थे. इस दौरान तेलंगाना पुलिस ने दोनों नक्सली को धर दबोचा था. दोनों का इलाज भी किया गया, लेकिन दोनों नक्सली की मौत हो गई. आईजी ने कहा कि बस्तर पुलिस ने नक्सलियों की मेडिकल सप्लाई पर भी अंकुश लगाया है. पुलिस के जवान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं, जिससे उनको किसी तरह की कोई मदद ना मिल सके.

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आईजी ने नक्सलियों से की सरेंडर करने की अपील

बस्तर पुलिस नक्सलियों से अपील भी कर रही है कि वे पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करें. कोरोना संक्रमित नक्सलियों का पुलिस बेहतर इलाज कराएगी. आईजी ने कहा कि ग्रामीणों से भी लगातार अपील की जा रही है कि वे नक्सलियों के किसी भी बैठक, रैली और जुलूस में शामिल ना हों. जिससे ग्रामीणों में संक्रमण ना फैले. आईजी का कहना है कि आने वाले दिनों में भी कोरोना की तीसरी लहर में नक्सलियों को काफी नुकसान हो सकता है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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