जगदलपुर: पिछले 1 सप्ताह से शहर के ऊपर मंडरा रहा विशालकाय ड्रोन रविवार शाम एयरपोर्ट की दीवार से टकराकर गिर गया. ड्रोन को हाल ही में बस्तर में एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए लाया गया था और लगातार तीन-चार दिनों से शहर में इसका ट्रायल चल रहा था, लेकिन सेफ लैंडिंग न होने की वजह से शाम को ड्रोन एयरपोर्ट की दीवार से जा टकराया. बताया जा रहा है कि अत्याधुनिक ड्रोन को 1 सप्ताह पहले ही DRDO ने विदेश से मंगाया था. नक्सल इलाकों में ड्रोन की तैनाती से पहले इसका ट्रायल लिया जा रहा था. लेकिन इससे पहले ही यह क्रैश हो गया. ड्रोन को तीन से चार इंजीनियर ऑपरेट कर रहे थे.
एंटी नक्सल ऑपरेशन में होना था ड्रोन का उपयोग
विशेषकर नक्सल अभियान के चलते DRDO ने इस विशाल ड्रोन को छत्तीसगढ़ मंगवाया था. उपयोग के पूर्व इसका ट्रायल लिया जा रहा था. बताया जा रहा है कि तकनीकी कारणों से यह ड्रोन सेफ लैंडिंग नहीं कर पाया. हाटकचोरा के करीब नेशनल हाइवे में एयरपोर्ट के बाहर की दीवार से टकरा गया. घटना की सूचना मिलते ही DRDO के अधिकारी स्थानीय पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे. नष्ट हो चुके ड्रोन के बिखरे पड़े पार्ट्स को अपने साथ एयरपोर्ट परिसर में गए. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक ड्रोन क्रैश होने से कितनी क्षति हुई है, इसकी जानकारी स्पष्ट नहीं है.
रायपुर पहुंची कोरोना वैक्सीन की 7 लाख 55 हजार डोज
सेफ लैंडिंग नहीं होने की वजह से हुआ हादसा
बस्तर एसपी दीपक झा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस हादसे से किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है. वहीं हाइवे से एयरपोर्ट की दीवार लगी होने की वजह से वहां से गुजर रहे राहगीर बाल-बाल बचे.