जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में मवेशियों की मौत को लेकर बीजेपी भूपेश बघेल सरकार पर लगातार हमलावर है. गोधन न्याय योजना को आड़े हाथों लेते हुए बीजेपी लगातार सरकार पर नाकामी का आरोप लगा रही है. हाल ही में आड़ावाल जनपद पंचायत के माड़पाल गांव में 10 मवेशियों की बीते दिनों मौत हो गई थी, जिसके बाद से बस्तर की राजनीति गरमाई हुई है. एक तरफ जहां मवेशियों की मौत पर सत्ता पक्ष ने इसे बीमारी से हुई मौत बताया है, तो दूसरी तरफ विपक्ष ने इसे जिला प्रशासन की घोर लापरवाही बताया है. साथ ही प्रभावित पशुपालकों को मुआवजा देने की मांग की है. इसके अलावा विपक्ष ने मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
पशु चिकित्सा विभाग ने छत्तीसगढ़ के माड़पाल में हुई 10 मवेशियों की मौत की वजह लंपी स्किन डिजीज बताई है.
लखेश्वर बघेल ने मवेशियों की मौत को लेकर ली बैठक
इधर बस्तर के विधायक लखेश्वर बघेल ने मवेशियों की मौत के बाद अधिकारियों की बैठक ली. साथ ही इस बीमारी का शत-प्रतिशत इलाज करने और अन्य मवेशी इसकी चपेट में ना आएं, इसके लिए जिम्मेदारों को आदेशित किया है. इसके अलावा लखेश्वर बघेल ने कहा है कि मवेशियों की मौत होना एक गंभीर विषय है. इस मामले की जांच करवाई जाएगी. जिले में यह बीमारी और ना फैले, इसके लिए पशु चिकित्सा विभाग को प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद पहुंचाई जाएगी.
संतोष बाफना ने सरकार पर साधा निशाना
वहीं विपक्ष के नेताओं ने आरोप लगाया है कि एक तरफ राज्य सरकार गोधन के नाम पर कई योजनाएं चला रही है, खुद को गौ रक्षक बताती है, ऐसे में प्रदेश के बिलासपुर के बाद जगदलपुर के माड़पाल में 10 मवेशियों की मौत हो जाना सरकार की उदासीनता को उजागर करता है. जगदलपुर के पूर्व विधायक संतोष बाफना ने आरोप लगाया है कि शासन की लापरवाही से 10 मवेशियों की मौत हुई है.
कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों पर बाफना ने लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस के एक भी जिम्मेदार जनप्रतिनिधि उस गांव में पशुओं और पशुपालकों की सुध लेने नहीं पहुंचे हैं. ऐसे में राज्य सरकार और बस्तर के स्थानीय कांग्रेस के जनप्रतिनिधि गौरक्षा को लेकर कितना गंभीर हैं. संतोष बाफना ने पशुधन के हानि के लिए प्रभावित पशुपालकों को मुआवजा देने की मांग शासन से की है. साथ ही साथ इस मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की भी मांग सरकार से की है.