जगदलपुर : नगरनार स्टील प्लांट में स्थानीय बेरोजगारों से मजदूरी और ठेकेदारी का काम सब कांट्रेक्टर के तौर पर करवाने के बाद प्रदेश की निजी इंजीनियर कंपनी ने करीब 2.50 करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान रोक दिया है. करोड़ों रुपये नहीं मिलने पर स्थानीय बेरोजगार और ठेकेदार सड़क पर आ गए हैं. हालात ये है कि कंस्ट्रक्शन के काम से जुड़े शहर के ज्यादातर लोगों के पैसे अब अटक गए हैं. पैसे नहीं मिलने पर स्थानीय ठेकेदार ने इसकी शिकायत बस्तर कलेक्टर, विधायक, सांसद और मंत्री से की है. भुगतान नहीं मिलने पर 3 सितंबर से आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.
कंपनियों और मजदूरों के करीब 2.50 करोड़ रुपए अटके
कंपनी में सब कॉन्ट्रेक्टर के तौर पर काम करने वाले विमल मंडल ने आरोप लगाया कि प्लांट में 'बीके इंजीनियरिंग' नाम की कंपनी ने कंस्ट्रक्शन के काम का ठेका लिया है. इस कंपनी में सब कॉन्ट्रेक्टर के तौर पर बस्तर जिले की 10 छोटी-छोटी कंस्ट्रक्शन कंपनी से काम करवाया गया. इसके अलावा बस्तर के बेरोजगार युवकों ने यहां मजदूरी भी की. शुरुआत में कंपनी कुछ दिनों तक पैसों का पेमेंट करती रही, इसके बाद अचानक ही पेमेंट करना बंद कर दिया. इसी बीच 10 कंपनियों और मजदूरों के करीब 2.50 करोड़ रुपए अटक गए. सभी ने बताया कि जब भी कंपनी से पैसों की मांग की जाती है तो आगे की तारीख देकर बात खत्म कर दी जाती है.
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पेमेंट नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
स्थानीय कंस्ट्रक्शन कंपनी ने निर्माण कार्य के लिए शहर के दुकानदारों से ही उधार लिया था. ऐसे में ठेकेदारों के साथ स्थानीय दुकानदारों का पेमेंट भी अटक गया है. स्थानीय कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालकों ने बताया कि उन्हें भुगतान नहीं मिला है, ऐसे में वे मजदूरों और स्थानीय मजदूरों का भुगतान नहीं कर पा रहे है. ठेकेदारों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनके रुके हुए पेमेंट कंपनी जल्द नहीं करती है तो वे आंदोलन और धरना को मजबूर होंगे और हड़ताल पर चले जाएंगे.