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बेटे को Doctor बनाने की चाह में डॉक्टर पिता बना ठगी का शिकार, लाखों ले उड़ा दलाल - fraud

मेडिकल कॉलेज में एडमिशन करवाने के नाम पर लाखों रुपयों की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है.

cheated in the name of admission in medical college in jagdalpur
मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के नाम पर ठगी
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Published : Feb 9, 2020, 2:07 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: जिले में ठगी का मामला सामने आया है. मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के नाम पर लाखों रुपयों की धोखाधड़ी की गई है. दरसअल, जगदलपुर निवासी आरोपी ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के नाम पर रायपुर के रहने वाले एक परिवार से 15 लाख की डिमांड की थी. रकम देने के बाद भी दाखिला सूची में नाम नहीं आने पर प्रार्थी ने 8 वर्ष बाद आरोपी के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज कराया है. प्रार्थी के रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया और उसकी तलाश में जुट गई.

बेटे को Doctor बनाने की चाह में डॉक्टर पिता बना ठगी का शिकार

सतीश ने जमा करवाया था 13 लाख 81 हजार

मामले की जानकारी देते हुए एसआई गुनेश्वरी नरेटी ने बताया कि बीते वर्ष 2012 में रायपुर के रहने वाले सतीश कुमार का जगदलपुर निवासी सोनू कुमार वर्मा से उनके बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के लिए संपर्क हुआ था. सम्पर्क होने के बाद सोनू वर्मा ने डॉ सतीश के बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला करा देने की बात कही थी, इसके बाद उसने मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के लिए 15 लाख रुपयों की मांग की. सतीश ने सोनू को बैंक खाता में नकद और चेक के माध्यम से लगभग 13 लाख 81 हजार रुपये जमा करा दिए थे, इतने रुपये जमा होने के बाद सोनू ने सतीश को बताया कि उनके बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला हो गया है.

पैसे वापस देने में करने लगा आनाकानी

दाखिले की जानकारी मिलने के बाद डॉ सतीश अपने बेटे के साथ उक्त कॉलेज में पहुंचे. जहां उनको जानकारी मिली कि उनके बेटे का नाम तो दाखिला लिस्ट में है ही नहीं. सतीश ने इसके बाद सोनू से फिर उनके ओर से दिये गए रुपयों को वापस करने की मांग की. रुपए वापस नहीं करने की नीयत से सोनू आनाकानी करने लगा. कुछ दिनों के बाद सोनू ने अपना मोबाइल भी बन्द कर दिया. इस पूरे घटना के 8 साल बीत जाने के बाद सतीश ने आखिरकार कोतवाली थाने में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी युवक की पतासाजी में जुट गई है.

जगदलपुर: जिले में ठगी का मामला सामने आया है. मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के नाम पर लाखों रुपयों की धोखाधड़ी की गई है. दरसअल, जगदलपुर निवासी आरोपी ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के नाम पर रायपुर के रहने वाले एक परिवार से 15 लाख की डिमांड की थी. रकम देने के बाद भी दाखिला सूची में नाम नहीं आने पर प्रार्थी ने 8 वर्ष बाद आरोपी के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज कराया है. प्रार्थी के रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया और उसकी तलाश में जुट गई.

बेटे को Doctor बनाने की चाह में डॉक्टर पिता बना ठगी का शिकार

सतीश ने जमा करवाया था 13 लाख 81 हजार

मामले की जानकारी देते हुए एसआई गुनेश्वरी नरेटी ने बताया कि बीते वर्ष 2012 में रायपुर के रहने वाले सतीश कुमार का जगदलपुर निवासी सोनू कुमार वर्मा से उनके बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के लिए संपर्क हुआ था. सम्पर्क होने के बाद सोनू वर्मा ने डॉ सतीश के बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला करा देने की बात कही थी, इसके बाद उसने मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के लिए 15 लाख रुपयों की मांग की. सतीश ने सोनू को बैंक खाता में नकद और चेक के माध्यम से लगभग 13 लाख 81 हजार रुपये जमा करा दिए थे, इतने रुपये जमा होने के बाद सोनू ने सतीश को बताया कि उनके बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला हो गया है.

पैसे वापस देने में करने लगा आनाकानी

दाखिले की जानकारी मिलने के बाद डॉ सतीश अपने बेटे के साथ उक्त कॉलेज में पहुंचे. जहां उनको जानकारी मिली कि उनके बेटे का नाम तो दाखिला लिस्ट में है ही नहीं. सतीश ने इसके बाद सोनू से फिर उनके ओर से दिये गए रुपयों को वापस करने की मांग की. रुपए वापस नहीं करने की नीयत से सोनू आनाकानी करने लगा. कुछ दिनों के बाद सोनू ने अपना मोबाइल भी बन्द कर दिया. इस पूरे घटना के 8 साल बीत जाने के बाद सतीश ने आखिरकार कोतवाली थाने में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी युवक की पतासाजी में जुट गई है.

Intro:जगदलपुर। मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के नाम पर लाखों रुपयों की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। दरसअल जगदलपुर निवासी आरोपी ने मेडीकल कॉलेज में दाखिला करवाने के नाम पर रायपुर के रहने वाले एक परिवार से 15 लाख रु की डिमांड की थी। रकम देने के बाद भी दाखिला सूची में नाम नही होने से प्रार्थी ने 8 वर्ष बाद आरोपी के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज कराया है। प्रार्थी के रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कर आरोपी सोनू कुमार वर्मा की पतासाजी में जुट गई है।







Body:मामले की जानकारी देते हुए एसआई गुनेश्वरी नरेटी ने बताया कि बीते वर्ष 2012 में रायपुर के रहने वाले सतीश कुमार का जगदलपुर निवासी सोनू कुमार वर्मा नामक व्यक्ति से उनके बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के लिए संपर्क हुआ था। सम्पर्क होने के बाद सोनू वर्मा ने डॉ सतीश के बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला करा देने की बात कही। इसके बाद उसने मेडिकल कॉलेज में दाखिला करवाने के लिए 15 लाख रुपयों की मांग की। सतीश ने सोनू द्वारा दिये बैंक खाता में नगद और चेक के माध्यम से लगभग 13 लाख 81 हजार रुपये जमा करा दिया। इतने रुपये जमा होने के बाद सोनू ने सतीश को बताया कि उनके बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला हो गया है।





Conclusion:दाखिले की जानकारी मिलने के बाद डॉ सतीश अपने बेटे के साथ उक्त कॉलेज में पहुँचे। जहां उनको जानकारी मिली कि उनके बेटे का नाम तो दाखिला सूची में ही नही। सतीश ने इसके बाद सोनू से फिर उनके द्वारा दिये गए रुपयों की वापस करने की मांग की। रुपये वापस नही करने की नीयत से सोनू आनाकानी करने लगा। कुछ दिनों के बाद सोनू ने अपना मोबाईल नम्बर भी बन्द कर दिया। इस पूरे घटना के 8 साल बीत जाने के बाद सतीश ने आखिरकार कोतवाली थाने में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी युवक की पतासाजी में जुट गई है।

बाईट1-गुनेश्वरी नरेटी, एसआई कोतवाली

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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