जगदलपुर: यदि कोई खुद तकलीफ में रहते हुए भी सबका हौसला बढ़ाए तो ये बहुत बड़ी बात होती है. तकलीफ के समय भी अगर कोई ऐसा मौका हो जो मरीजों का हौसला बढ़ाने का कारण बने तो वो मरीजों के लिए संजीवनी बूटी का काम करता है. कुछ ऐसा ही किया है जगदलपुर की एक युवती पूनम ठाकुर ने. जो खुद कोरोना पॉजिटिव है जिसका धरमपुरा स्थित कोविड केयर सेंटर में इलाज चल रहा है. पहले पूनम खुद डरी सहमी और दहशत में थी. कहते है कि खुद के प्रति विश्वास और हौसला 90% दवाई का काम करता है. साथ ही आसपास के माहौल को भी सकारात्मक बनाता हैं.
पूनम ठाकुर को जैसे ही मालूम पड़ा कि उसकी रूम मेट शांति का जन्मदिन है, बस उसने इसी बर्थडे के अवसर को हौसले वाले माहौल में बदलने का प्रयास किया. अपने दोस्तों से उन्होंने केक मंगाया और कोविड केयर के इंचार्ज की अनुमति से बर्थडे सेलिब्रेट कर वहां के माहौल को खुशनुमा बनाया. बाकायदा पीपीई किट पहनकर स्टाफ नर्स ने भी कोरोना संक्रमित शांति के जन्मदिन को सेलिब्रेट किया. साथ ही आदिवासी गानों पर नृत्य भी किया.
दंतेवाड़ा कोविड सेंटर में घर जैसा माहौल, इलाज के साथ मनोरंजन भी
सकारात्मक माहौल से बढ़ता है आत्मबल
इस दौरान कोविड केयर सेंटर में भर्ती सभी मरीज इस सेलिब्रेशन में शामिल हुए. अगर ऐसी ही सकारात्मक ऊर्जा फैलाते रहे तो मरीज बीमारी को भूलकर खुद पर विश्वास करने लगता है. जो कि दवाई से ज्यादा असरदार होता है. फिलहाल जगदलपुर का यह पहला मामला है. जब किसी कोविड केयर सेंटर में कोरोना से संक्रमित मरीज इस तरह से जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं. साथ ही वहां भर्ती मरीजों का हौसला अफजाई भी कर रहे हैं.