जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले वर्ष स्वच्छता के मामले में जगदलपुर नगर निगम को जीरो रेटिंग मिला था. बावजूद इसके इस वर्ष भी स्वच्छता को लेकर जगदलपुर नगर निगम कोई सबक लेने को तैयार नहीं है. शहर में जगह-जगह गंदगी पसरी है. शहर के चौक-चौराहों में कूड़ों का ढेर लगा है. नगर निगम की सफाई व्यवस्था की पोल खुल रही है.
जगदलपुर नगर निगम को स्वच्छ भारत अभियान के तहत किए गए स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले साल देश में 32 वां अंक मिला था. प्रदेश में स्टार रेटिंग में जीरो रेटिंग मिला था. बावजूद इसके पिछले साल से इस साल स्वच्छता के मामले में शहर की व्यवस्था बदली हुई दिखाई नहीं देती. यही वजह है कि इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में जगदलपुर शहर 33वें पायदान पर आ गया है.
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शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई
नगर निगम के अंतर्गत आने वाले 48 वार्डों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण तो किया जा रहा है, लेकिन सूखे और गीले कचरे को अलग नहीं कर पाने की वजह से लोग सूखे कचरे को सड़क के नालियों में फेंक रहे हैं. इसके अलावा बेतरतीब तरीके से शहर के हर चौक-चौराहों में कचरे का ढेर देखा जा रहा है. पिछले साल सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरती गई है. देश में जगदलपुर नगर निगम को 32 वां रैंक मिला था. इस साल 1 अंक और गिरावट दर्ज की गई है. शहर की सफाई व्यवस्था पिछले 1 साल में बिल्कुल भी बदली हुई दिखाई नहीं दे रही है. नालियों में प्लास्टिक का ढेर लगा है. तालाबों में गंदगी फैली है. स्वच्छता रैंकिंग में बेहतरी की उम्मीद खत्म हो गई है.
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विपक्ष ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
जगदलपुर नगर निगम के स्वच्छता रैंकिंग में पिछड़ने को लेकर विपक्ष ने भी निगम सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. विपक्ष के नेताओं का कहना है कि निगम सरकार की लापरवाही की वजह से जगदलपुर शहर जिसे चौक-चौराहों का शहर और सुंदरता का शहर कहा जाता है. उसकी खूबसूरती पर निगम सरकार दाग लगाने में तुली हुई है. पूरी तरह से शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है. निगम सरकार के पास सफाई को लेकर किसी तरह की कोई प्लानिंग नहीं हुई. इसकी वजह से शहर में जगह-जगह कचरे का अंबार देखने को मिल रहा है. निगम के जिम्मेदार अधिकारी और कांग्रेस के जिम्मेदार नेता सिर्फ निगम में विकास कार्य के नाम पर भ्रष्टाचार करने में लगे हुए हैं.
त्योहारों की वजह से शहर में बढ़ा कचरा
नगर निगम के आला अधिकारियों को यह पता है कि शहर में प्लास्टिक का उपयोग बेतरतीब तरीके से किया जा रहा है. इस बार शहर का कचरा उठाने के मामले में जगदलपुर शहर को रैंकिंग गीले और सूखे कचरे के उठाव के अनुसार मिलेगी. इधर निगम आयुक्त प्रेम पटेल का कहना है कि पिछले माह तीज त्योहारों की वजह से घरों और दुकानों की हुई साफ-सफाई से शहर में गंदगी देखी गई है. समझाइश के बावजूद लोगों ने घरों और दुकानों का कचरा सड़क पर फेंका है, जिससे स्वच्छता रैंकिंग में गिरावट दर्ज की गई है.
होगी चलानी कार्रवाई
आयुक्त ने दावा किया है कि अगले एक माह में शहर की बेहतर सफाई की जाएगी. गीला और सूखा कचरा को अलग ना करने वाले लोगों पर चालानी कार्रवाई भी की जाएगी, ताकि शहर को स्वच्छता रैंकिंग में बेहतर स्थान मिल सके.